एमसीडी ने संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज की

एमसीडी ने संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज की

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  • Publish Date - July 18, 2021 / 01:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:33 PM IST

(कुणाल दत्त)

नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) दिल्ली के तीनों नगर निगमों ने कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं, जिनमें स्वास्थ्य सेवाओं को सृदृढ़ करने से लेकर टीकाकरण व कोविड-19 अनुकूल व्यवहार के लिए बड़े पैमाने पर अभियान की योजना तक शामिल है।

तीनों निगमों के अधिकारियों ने बताया कि पहली और दूसरी लहर के दौरान अस्पताल से लेकर श्मशान/कब्रिस्तान तक की व्यवस्था नाकाफी साबित हुई और अब कोशिश की जा रही है कि तीसरी संभावित लहर के दौरान वैसी स्थिति नहीं दोहराई जाए।

दक्षिण दिल्ली नगर निगम के महापौर मुकेश सूर्यन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमारा ध्यान टीकाकरण पर है और अब तक हमारे केंद्रों पर 5.75 लाख लोगों का टीकाकरण हो चुका है। हम प्रार्थना कर रहे हैं कि स्थिति दोबारा खराब नहीं हो, लेकिन हम किसी भी हालात से निपटने को तैयार हैं।’’

उन्होंने कहा कि लोगों को तीसरी लहर से बचाने में टीककारण अहम सुरक्षा कवच है लेकिन जल्द ही हम रेडियो सहित अन्य माध्यमों पर टीकाकरण के अलावा कोविड-19 से बचने के उपायों के प्रति जागरूकता हेतु जन अभियान चलाएंगे।

दक्षिणी दिल्ली के महापौर ने बताया, ‘‘हमारी कचरा उठाने वाली गाड़ियों पर पहले से ही टीकाकरण का संदेश देने के लिए जन संबोधन प्रणाली लगी है। बाजार और कार्यालय क्षेत्र में मास्क पहनने और सामाजिक दूरी की महत्ता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए पर्चे भी बांटे जाएंगे।’’

पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम की योजना स्वामी दयानंद अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की है, जहां कोविड-19 मरीजों का इलाज किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘तीसरी लहर से बच्चों के प्रभावित होने की अधिक आशंका है, इसलिए हम बाल रोग विभाग को वेंटिलेटर सहित अन्य बेहतर चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा हमारी योजना स्थिति खराब होने पर निगम के श्मशानों में अधिक दाह संस्कार स्थलों को आरक्षित करने की है। पूर्वी दिल्ली के प्रमुख श्मशान सीमापुरी, कड़कड़डूमा और गाजीपुर में है।

अग्रवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘दूसरी लहर के दौरान हमने इन श्मशानों में दाह संस्कार करने के लिए बने मंचों की संख्या 35 से बढ़ाकर 164 की। इनके अलावा सीएनजी से दाह संस्कार करने के लिए चार मशीनें हैं, चार और मशीने लगाने की योजना है ताकि मृतकों का उसी दिन दाह संस्कार हो सके।’’

वहीं दक्षिण दिल्ली में पंजाबी बाग, द्वारका, राजघाट और तिलक नगर प्रमुख श्मशान हैं। सूर्यन ने बताया, ‘‘ अधिक बोझ होने पर हमारी योजना अस्थायी श्मशान बनाने की है ताकि गैर कोविड-19 शवों का वहां दाह संस्कार किया जा सके।’’

उत्तरी दिल्ली नगर निगम भी तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए तैयारियों को तेज कर रहा है। उत्तर दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि उनकी प्राथमिकता सफाई, शिक्षा और स्वास्थ्य है।

भाषा धीरज नरेश

नरेश