पूर्व उग्रवादी नेता की मौत पर चर्चा का प्रस्ताव मेघालय विधानसभाध्यक्ष ने नकारा, विपक्ष का बहिर्गमन

पूर्व उग्रवादी नेता की मौत पर चर्चा का प्रस्ताव मेघालय विधानसभाध्यक्ष ने नकारा, विपक्ष का बहिर्गमन

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  • Publish Date - September 15, 2021 / 06:11 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:46 PM IST

शिलांग, 15 सितंबर (भाषा) मेघालय में विधानसभा सत्र के दौरान बुधवार को विपक्षी कांग्रेस ने एक पूर्व उग्रवादी नेता की हाल में हुई हत्या पर चर्चा की अध्यक्ष द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के बाद बहिर्गमन किया।

पार्टी ने मांग की कि 13 अगस्त के अभियान में शामिल वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को चेरिस्टरफील्ड थांगख्यू को गिरफ्तार करने में विफल रहने और इसके बजाय उन्हें यहां उनके आवास पर गोली मारने के लिये जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

स्थानीय विधायक पी टी साकमे द्वारा चर्चा की मांग को विधानसभा अध्यक्ष मेतबाह लिंगदोह द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाह इस मुद्दे पर सदन में दोनों पक्षों की तरफ से तीखी बयानबाजी हुई जिसके बाद विपक्षी सदस्य बहिर्गमन कर गए।

लिंगदोह ने पहले इस मुद्दे को बुधवार को चर्चा के लिये अधिसूचित किया था लेकिन बाद में अपना फैसला बदल दिया क्योंकि जांच लंबित है और मामला “अदालत के विचाराधीन” है।

विपक्ष के नेता मुकुल संगमा ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा से राज्य सरकार को “अपने रुख की समीक्षा करने और एक सजग निर्णय लेने का अवसर मिलेगा।”

संगमा ने कहा, “सरकार की मंशा बिल्कुल स्पष्ट है, वह चर्चा और बहस में शामिल नहीं होगी… इसलिए, हम मौजूदा सरकार के प्रति अपनी अस्वीकृति और विश्वास की पूर्ण कमी व्यक्त करने के लिए विधानसभा से बाहर चले गए।”

थांगख्यू की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब राज्य में हुई आईईडी विस्फोटों के सिलसिले में अपने घर पर छापेमारी के दौरान उसने एक पुलिस दल पर चाकू से हमला करने की कोशिश की थी। शिलांग के जाआव और मवलाई इलाकों से 15 अगस्त को आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें आई थीं, जब पूर्व उग्रवादी नेता का अंतिम संस्कार हुआ था।

मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) के पूर्व स्वयंभू महासचिव 54 वर्षीय थांगख्यू की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे।

भाषा

प्रशांत माधव

माधव