मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति सीसी ने आतंकवाद के प्रति कतई सहन नहीं करने की नीति अपनाने का आह्वान किया |

मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति सीसी ने आतंकवाद के प्रति कतई सहन नहीं करने की नीति अपनाने का आह्वान किया

मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति सीसी ने आतंकवाद के प्रति कतई सहन नहीं करने की नीति अपनाने का आह्वान किया

:   Modified Date:  January 25, 2023 / 08:39 PM IST, Published Date : January 25, 2023/8:39 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी ने बुधवार को आतंकवाद के प्रति कतई सहन नहीं करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति अपनाने का आह्वान किया और विदेश नीति के एक उपकरण के रूप में इसके इस्तेमाल की कड़ी निंदा की।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि व्यापक वार्ता के दौरान मोदी और सीसी ने आतंकवाद की चुनौती से निपटने को लेकर विचार-विमर्श किया और इससे निपटने के लिए ठोस प्रयासों की वकालत की।

क्वात्रा ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने विदेश नीति के उपकरण के रूप में देशों द्वारा आतंकवाद के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की और आतंकवाद को कतई सहन नहीं करने संबंधी नीति अपनाये जाने का आह्वान किया।’’

मीडिया को दिये अपने बयान में मोदी ने कहा कि भारत और मिस्र दुनियाभर में आतंकवाद के प्रसार को लेकर चिंतित हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम इस राय को लेकर एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे गंभीर सुरक्षा खतरा है। दोनों देश इस बात पर भी सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए हम साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सतर्क करने की कोशिश करते रहेंगे।’’

मोदी ने कहा कि चरमपंथी विचारधाराओं तथा कट्टरता को फैलाने के लिए ‘साइबर स्पेस’ का दुरुपयोग एक बढ़ता हुआ संकट है, जिसके खिलाफ भी दोनों देश सहयोग बढ़ाएंगे।

सीसी ने आतंकवाद पर मोदी के विचारों को दोहराया और कहा कि इस खतरे से निपटने के लिए एकजुट प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने को लेकर हमारे समान विचार हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा और रक्षा सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज की बैठक में अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मजबूत करने और आतंकवाद से संबंधित सूचनाओं और खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान को बढ़ाने का भी फैसला किया है।’’

विदेश सचिव ने कहा कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ‘‘ठोस और समन्वित कार्रवाई’’ की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

भाषा

देवेंद्र माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)