नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) नरेन्द्र मोदी की अगुआई वाली तीसरी सरकार में अधिकांश प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों ने पिछली भाजपा सरकार में उनके पास रहे विभागों को बरकरार रखा है।
राजनाथ सिंह (भाजपा): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक की लंबी राजनीतिक पारी खेलने वाले राजनाथ सिंह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने रक्षा मंत्रालय बरकरार रखा है।
अमित शाह (भाजपा): अमित शाह ने गृह और सहकारिता मंत्रालय बरकरार रखा है। पिछली सरकार में भी वे गृह और सहकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह छह साल तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
नितिन गडकरी (भाजपा): नितिन गडकरी ने सड़क और राजमार्ग मंत्रालय बरकरार रखा है। अपने शुरुआती दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे गडकरी को जैव ईंधन के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए जाना जाता है। वह भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।
निर्मला सीतारमण (भाजपा): नवगठित केंद्रीय मंत्रिमंडल में वित्त और कॉरपोरेट मामलों का जिम्मा संभाल रहीं निर्मला सीतारण के पास पिछली सरकार में भी ये मंत्रालय थे।
एस. जयशंकर (भाजपा): पूर्व राजनयिक एस. जयशंकर पिछली मोदी सरकार में विदेश मंत्री थे। उन्होंने इस बार भी अपना मंत्रालय बरकरार रखा है।
पीयूष गोयल (भाजपा): पीयूष गोयल पिछली मोदी सरकार में वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री थे। इस बार, फिर से उन्हें वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।
धर्मेंद्र प्रधान (भाजपा): धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। उन्होंने इस बार शिक्षा मंत्रालय बरकरार रखा है।
सर्बानंद सोनोवाल (भाजपा): सर्बानंद सोनोवाल पिछली मोदी सरकार में बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री थे। उन्हें मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय बरकरार रखा है।
वीरेंद्र कुमार (भाजपा): पिछली मोदी सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रहे वीरेंद्र कुमार ने अपना मंत्रालय बरकरार रखा है।
अश्विनी वैष्णव (भाजपा): अश्विनी वैष्णव पिछली मोदी सरकार में रेलवे और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री थे। इस बार, वह रेलवे और आईटी के अलावा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का भी कार्यभार संभाल रहे हैं।
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