इस लोस चुनाव में 2019 की तुलना में अधिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जा रहा है: दिल्ली सीईओ

इस लोस चुनाव में 2019 की तुलना में अधिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जा रहा है: दिल्ली सीईओ

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  • Publish Date - May 13, 2024 / 08:01 PM IST,
    Updated On - May 13, 2024 / 08:01 PM IST

(सलोनी भाटिया एवं सुगंधा झा)

नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा) दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पी कृष्णमूर्ति ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में पिछले आम चुनाव की तुलना में अधिक प्रौद्योगिक का इस्तेमाल किया जा रहा है तथा अधिकारी चुनाव प्रबंधन के लिए मोबाइल ऐप्लीकेशन पर निर्भर हैं।

कृष्णमूर्ति ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि प्रौद्योगिकी ने न केवल चीजों को आसान बना दिया है, बल्कि इससे काफी पारदर्शिता भी आई है।

प्रौद्योगिकी का किस प्रकार उपयोग किया जा रहा है, इस बारे में कृष्णमूर्ति ने कहा कि निर्वाचन आयोग (ईसी) ने एक ऐप्लीकेशन (ऐप) विकसित किया है जिसके माध्यम से संबंधित हितधारक नकदी जब्त किए जाने की स्थिति में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने बताया, “ मसलन, उड़नदस्ते ने नकदी पकड़ी। वे ऐप पर सूचित करेंगे और फिर इसकी जानकारी आयकर विभाग के पास जाएगी और वे सक्रिय होंगे। इसी तरह, मादक पदार्थ या शराब की जब्ती होने पर इसकी सूचना स्वापक नियंत्रण ब्यूरो या आबकारी विभाग को जाएगी।”

कृष्णमूर्ति ने कहा, “ कोई भी हस्तक्षेप नहीं कर रहा है और यह सारे आंकड़े निचले स्तर से लेकर निर्वाचन आयोग के स्तर तक ऑनलाइन जा रहे हैं।”

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रबंधन के लिए निर्वाचन आयोग काफी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहा है।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों और वर्तमान चुनावों के बीच अंतर के बारे में बात करते हुए, कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘चुनाव कमोबेश एक ही मानक प्रक्रिया का पालन करते हैं। लेकिन प्रौद्योगिकी ने चीजों को आसान बना दिया है और पारदर्शिता न सिर्फ अधिकारियों के लिए आई है बल्कि मतदाताओं के लिए भी आई है।”

उन्होंने बताया कि दिल्ली में 95 प्रतिशत मतदाताओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया।

कृष्णमूर्ति ने कहा, “अगर आप मतदाता के रूप में नाम दर्ज कराना चाहते हैं तो आपको मतदाता पंजीकरण केंद्र जाने की जरूरत नहीं है। मतदाता सेवा पोर्टल, बीएलओ ऐप और मतदाता हेल्पलाइन है। आप फॉर्म ऑनलाइन भर सकते हैं।”

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में लगभग 65 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2019 के आम चुनाव में करीब 60 फीसदी वोट पड़े थे।

दिल्ली में 25 मई के आसपास भीषण गर्मी के पूर्वानुमान के बावजूद कृष्णमूर्ति को उम्मीद है कि इस बार मत प्रतिशत अच्छा रहा है।

दिल्ली की सभी सात सीट पर आम चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा।

भाषा नोमान माधव

माधव