कोहिमा/पोर्टब्लेयर/अमरावती, 15 अगस्त (भाषा) देश की आजादी की 75वीं सालगिरह पर सोमवार को नगालैंड के मुख्यमंत्री ने अपनी प्राथमिकताओं पर बात की। वहीं, अंडमान-निकोबार के उप राज्यपाल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश व देश द्वारा अर्जित उपलब्धियों की चर्चा की।
नगालैंड की राजधानी कोहिमा स्थत राज्य सचिवालय में ध्वजारोहण के बाद मुख्यमंत्री नेफियो रियो ने कहा कि राज्य को तेजी से विकास करने और युवाओं के लिए रोजागार के अवसर पैदा करने के लिए सभी क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा,‘‘हमें लगातार अपनी क्षमता बनाने की जरूरत है, खासतौर पर युवाओं की कुशलता के क्षेत्र में। इससे उनकी प्रतिभा सामने आ सकेगी और इसका लाभ उन्हें होने के साथ-साथ वे राज्य की अर्थव्यवस्था का तेजी से विकास करने में अपना योगदान दे सके।’’
अंडमान-निकोबार के उप राज्यपाल एडमिरल (अवकाश प्राप्त) डी.के.जोशी ने पोर्ट ब्लेयर स्थित नेताजी स्टेडियम में ध्वजारोहण के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले पांच साल के दौरान केंद्र शासित प्रदेश में 88, 765 करोड़ रुपये का निवेश अलग-अलग अवसंरचना परियोजनाओं में हुआ है।
उन्होंने बताया कि 1,232 करोड़ की लागत से समुद्र के नीचे बिछाई गई ऑप्टिकल फाइबर से द्वीपों पर संचार की सुविधा बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि आने वाले 30 दिनों में विदेशी पर्यटकों के लिए अंडमान-निकोबार को खोल दिया जाएगा क्योंकि पर्यटक को बढ़ावा देने के मकसद से प्रतिबंधित परमिट क्षेत्र की व्यवस्था खत्म की जा रही है।
ध्वजारोहण ने पहले उप राज्यपाल ने सेलुलर जेल में बने शहीद स्तंभ पर महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
आंध्र प्रदेश में भी पूरे हर्षोल्लास से स्वतंत्रता दिवस मनाया गया और मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने विजयवाड़ा में आयोजित मुख्य समारोह में झंडा फहराया।
इंदिरा गांधी नगर निगम स्टेडियम में ध्वजारोह के बाद रेड्डी ने गारद सलामी ली और उसके बाद परेड़ हुई।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘ भारत ने गत 75 सालों के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कई जीत दर्ज की है और प्रगति की है। जहां 1947 में स्थिति यह थी कि भारत अपनी 35 करोड़ आबादी को पर्याप्त भोजन मुहैया नहीं करा पा रहा था, आज 150 देशों को खाद्यान्न का निर्यात करता है। हम इस उपलब्धि के लिए अपने देश के किसानों को सलाम करते हैं।’’
रेड्डी ने हालांकि, खेद व्यक्त किया कि इन तमाम उपलब्धियों के बावजूद समाज के कई धड़े हैं जो आजादी के 75 साल क बाद भी वंचित महसूस करते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ सामाजिक न्याय की लड़ाई, शिक्षा के अधिकार, महिलाओं के समान अधिकार..इन संघर्षों का हमारी धरती पर सैकड़ों-हजारों सालों का इतिहास हैं। हमें इन गलतियों को जी जान से लगकर ठीक करना है।’’
भाषा धीरज माधव
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