श्रीनगर, 21 अगस्त (भाषा) नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक को लेकर पीपुल्स कांफ्रेंस द्वारा किए गए तंज को निराधार और वास्तविकता से दूर करार दिया।
सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने कहा कि शुक्रवार को ऑनलाइन बैठक में शामिल होने वाले नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती विपक्षी दलों को संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए की बहाली के लिए सहमत करने और उनके एजेंडे में अधिवासी अधिकार को शामिल करने में विफल रहे।
चौधरी मोहम्मद रमजान, मीर सैफुल्ला, कैसर जमशीद लोन, कफीलुर रहमान और शफकत वताली सहित कुपवाड़ा जिले के नेकां के खंड प्रभारियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ ”दोषारोपण” एक ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है जिनके ”खुद के विचार निराशाजनक है।”
उन्होंने कहा, ” अपने कथनी में बदलाव के लिए पहचाने जाने वाले, उनका (लोन का) एकमात्र स्थायी चरित्र एक पेंडुलम की तरह है, जो एक कोने से दूसरी कोने तक झूलता रहता है। गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) में शामिल होने से लेकर इसे छोड़ने तक, उन्होंने केवल अनुच्छेद 370 और 35ए की बहाली के प्रयासों को नुकसान पहुंचाया है।”
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के नेताओं को या तो राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष से संविधान के अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग का समर्थन करने के लिए कहना चाहिए या फिर एकजुट मंच से दूर रहना चाहिए।
हालांकि, नेकां नेताओं ने कहा कि न तो उन्हें और न ही समान विचारधारा वाले अन्य राजनीतिक दलों को अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता पर लोन के प्रमाणपत्र की आवश्यकता है।
भाषा शफीक उमा
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