‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के तहत अब तक लगभग 7000 कार्यक्रम आयोजित हुए: संस्कृति मंत्रालय |

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के तहत अब तक लगभग 7000 कार्यक्रम आयोजित हुए: संस्कृति मंत्रालय

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के तहत अब तक लगभग 7000 कार्यक्रम आयोजित हुए: संस्कृति मंत्रालय

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : October 22, 2021/9:04 pm IST

नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) भारत सरकार ने स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए “आजादी का अमृत महोत्सव” अभियान के तहत अब तक लगभग सात हजार कार्यक्रम आयोजित किये हैं। संस्कृति सचिव गोविन्द मोहन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। “आजादी का अमृत महोत्सव” अभियान की शुरुआत 12 मार्च 2021 को हुई थी।

‘पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया’ (पीएएफआई) के डिजिटल माध्यम से आयोजित आठवें राष्ट्रीय फोरम को सम्बोधित करते हुए मोहन ने कहा कि “आजादी का अमृत महोत्सव” अभियान वर्तमान में सरकारी विभागों द्वारा चलाया जा रहा है और इससे निजी क्षेत्र को भी जुड़ना चाहिए।

उन्होंने कहा, “आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत हम एक सहयोगात्मक तालमेल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। सहयोगात्मक तालमेल का सार यह है कि हम विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और सरकारों के सामान्य कामकाज में बदलाव लाना चाहते हैं और अकेले का करने की संस्कृति को हटाकर साथ मिलकर काम करने का प्रयास कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “अब तक, हमने भारत भर में विभिन्न सरकारी विभागों और विदेशों में हमारे मिशनों के जरिये 7,000 कार्यक्रम आयोजित किए हैं।” मोहन ने कहा कि सहयोगात्मक रवैये के कारण ही आर्थिक प्रगति को बल मिलेगा और इसका गुणात्मक असर होगा।

उन्होंने कहा, “इस अभियान में बड़े स्तर पर निजी क्षेत्र की भागीदारी होनी बाकी है। हम चैंबर्स को एक साथ लाकर चर्चा कर अगले तीन महीने का कार्यक्रम साझा करना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि 200 से ज्यादा देशों में भारतीय मूल के विदेशी लोगों को साथ लाया जाएगा और नेताजी सुभाष चंद्र बोस नीत आजाद हिन्द फौज जैसे सैनिकों और अनाम नायकों से लोगों को अवगत कराया जाएगा।

पीएएफआई के उपाध्यक्ष और एप्पल इंडिया के प्रबंध निदेशक विराट भाटिया ने आयोजकों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़ कर सुनाया।

अपने संदेश में मोदी ने कहा, “राष्ट्र आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, और एक वैभवशाली भारत बनाने का हमारा सपना 130 करोड़ भारतीयों का सामूहिक संकल्प है। पीएएफआई जैसे हितधारकों की भूमिका ऐसी स्थिति में और बढ़ जाती है, जिससे नए भारत में अवसरों का लाभ उठाना आसान हो जाता है।”

भाषा यश दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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