गठबंधन के बाद नीतीश और तेजस्वी ने अपनी पहली संयुक्त राजनीतिक रैली को संबोधित किया |

गठबंधन के बाद नीतीश और तेजस्वी ने अपनी पहली संयुक्त राजनीतिक रैली को संबोधित किया

गठबंधन के बाद नीतीश और तेजस्वी ने अपनी पहली संयुक्त राजनीतिक रैली को संबोधित किया

:   Modified Date:  December 2, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : December 2, 2022/8:59 pm IST

कुढ़नी (बिहार), दो दिसंबर (भाषा) करीब चार महीने पहले गठजोड़ के बाद पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से एक राजनीतिक रैली को संबोधित किया।

दोनों ने कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए प्रचार किया। इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मौजूदा विधायक अनिल सहनी को अयोग्य करार दिए जाने के कारण उपचुनाव हो रहा है। सत्तारूढ़ महागठबंधन से इस बार मुख्यमंत्री कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने अपने उम्मीदवार को उतारा है।

अगस्त में भाजपा का साथ छोड़ राजद से हाथ मिलाने वाले कुमार ने कहा, ‘‘अन्य सभी दल साथ आ गए हैं और वे (भाजपा) अकेले रह गए हैं। उनके नेता, जो अपनी ही पार्टी में दरकिनार कर दिए गए हैं, हमें निशाना बनाकर अपनी किस्मत चमकाने की कोशिश कर रहे हैं।’’

मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उनके खेमे में प्रचार-प्रसार के अलावा कुछ नहीं होता। वे विशेष दर्जे की श्रेणी की हमारी मांग से सहमत नहीं थे। अगर मान लिया होता तो बिहार और भी तेज गति से आगे बढ़ता। मुझे लगता है हम पुरानी जगह पर लौट आये हैं। अब हम साथ काम करेंगे।’’

जद(यू) नेता ने दावा किया कि महागठबंधन सरकार सभी के लिए काम करती है लेकिन उसके प्रयासों का ‘पर्याप्त प्रचार’ नहीं होता है। कुमार ने कहा, ‘‘पत्रकारों को ऊपर से दबाव के कारण हमारी उपलब्धियों की रिपोर्ट नहीं करने के लिए कहा जाता है…हमारी सरकार ऐसी सरकार है जो सभी के लिए काम करती है और समाज को हिंदू बनाम मुस्लिम जैसे विभाजनकारी चश्मे से नहीं देखती है।’’

रैली में महागठबंधन समर्थकों और नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के बीच झड़प भी देखी गई। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने देखा कि नौकरी चाहने वाले कुछ लोग यहां तख्तियां थामे हुए थे। ऐसा लगता है कि वे चले गए हैं। मैं ऐसे सभी लोगों को बताना चाहता हूं कि उनकी शिकायतों को दूर किया जाएगा। हम यहां ठोस घोषणा करने से बच रहे हैं क्योंकि आदर्श आचार संहिता आड़े आती है।’’

उपमुख्यमंत्री यादव ने भी भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पार्टी को ‘‘2024 की लड़ाई हारने का डर सता रहा है।’’ यादव ने अपने पिता और राजद के संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद के नाम पर वोट की अपील करते हुए कहा, ‘‘आप 5 दिसंबर को वोट डालेंगे, जिस दिन लालू जी का किडनी ट्रांसप्लांट होगा। मैं उनके साथ रहने के लिए सिंगापुर जा रहा हूं। मैंने उनसे बात की है और वह जानना चाहते थे कि कुढ़नी में हवा किस तरफ बह रही है। मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि महागठबंधन जीत हासिल करेगा।’’

यादव ने कहा कि उनके पिता ने अदालती मामलों का सामना किया और जेल में रहे जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ा है। यादव ने कहा, ‘‘लेकिन वह भाजपा से कभी नहीं डरे। मेरी रगों में वही खून बहता है।’’

उपमुख्यमंत्री ने लोगों से जद(यू) उम्मीदवार मनोज सिंह कुशवाहा के पक्ष में मतदान के लिए कहा। उन्होंने बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई। यादव ने कहा, ‘‘मैंने 2020 के विधानसभा चुनावों के दौरान 10 लाख नौकरियों का वादा किया था। मुख्यमंत्री, हमारी खुशी के लिए, न केवल सहमत हुए बल्कि स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में घोषणा की कि वह चाहते हैं कि दोगुनी संख्या में लोगों के लिए रोजगार सृजित करें।’’

इस सीट पर जद(यू) उम्मीदवार का मुकाबला भाजपा के केदार गुप्ता से है। मतदान पांच दिसंबर को होगा और मतगणना आठ दिसंबर को होगी।

भाषा आशीष माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)