सिद्धरमैया सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर अबतक फैसला नहीं : नेता प्रतिपक्ष
सिद्धरमैया सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर अबतक फैसला नहीं : नेता प्रतिपक्ष
बेंगलुरु, पांच दिसंबर (भाषा) कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने शुक्रवार को कहा कि आगामी बेलगावी विधानमंडल सत्र में सिद्धरमैया नीत कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर भाजपा-जद(एस) समन्वय समिति ने अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है।
विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के संकेत तब दिये थे जब मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच नेतृत्व को लेकर खींचतान चरम पर थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि सत्र की शुरुआत में ही उत्तर कर्नाटक से संबंधित मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
कर्नाटक विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 8-19 दिसंबर को बेलगावी में शुरू होगा।
अशोक ने विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘भाजपा- जनता दल सेक्युलर (जद-एस) की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव लाने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। कुछ सुझाव आए हैं। दोनों दलों की समन्वय समिति की बैठक में इस पर निर्णय लिया जाना है, लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।’’
उन्होंने दावा किया कि विपक्ष का सामना करने में असमर्थ सरकार रणनीति बनाने के लिए बैठकों की एक शृंखला आयोजित कर रही है, क्योंकि सरकार और सत्तारूढ़ दल के भीतर भ्रम की स्थिति है।
अशोक ने कहा, ‘‘मैंने मीडिया में आई खबरें देखी हैं कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेताओं और विधायकों से कहा है कि यदि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाता है, तो पार्टी में किसी को भी सत्ता हस्तांतरण, आंतरिक लड़ाई या मीडिया के सामने बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, और सभी को एकजुट होकर भाजपा का सामना करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसका अभिप्राय है कि वे भयभीत हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो वे इतनी तैयारी क्यों करते? इसका मतलब है कि कांग्रेस के भीतर ही मतभेद की खबरों में सच्चाई है।’’
भाषा
धीरज पवनेश
पवनेश

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