तिरुवनंतपुरम, पांच अक्टूबर (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की ओर से एक साक्षात्कार के दौरान दिये गए बयान को कथित तौर पर गलत तरीके से पेश करने को लेकर एक मीडिया संगठन के खिलाफ कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) द्वारा कार्रवाई किये जाने की मांग के बीच वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने शनिवार को किसी तरह की कार्रवाई की जरूरत से इनकार किया।
सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा ने कहा कि कोई कानूनी कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मीडिया संगठन ने माफी मांग ली है।
एलडीएफ के संयोजक टी.पी.रामकृष्णन ने कहा कि मीडिया संगठन ने अपनी गलती के लिए माफी मांग ली है इसलिए उसके खिलाफ किसी तरह की कानूनी कार्रवाई करने की कोई जरूरत नहीं है।
संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में रामकृष्णन ने कहा, ‘‘उन्होंने माफी मांग ली है, तो फिर आप क्यों उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने पर अड़े हुए हैं।’’
एलडीएफ संयोजक ने कहा कि वाम मोर्चा का मीडिया के प्रति सम्मानजनक रुख रहा है। रामकृष्णन ने कहा कि जब वाम मोर्चा को लगता है कि उन्होंने कुछ गलत किया है, तो ‘‘हम उनकी कड़ी आलोचना करते हैं।’’
बयान को कथित तौर पर गलत तरीके से पेश किए जाने और साक्षात्कार की व्यवस्था करने के लिए एक निजी जनसंपर्क एजेंसी के कथित इस्तेमाल को लेकर सत्तारूढ़ वाम मोर्चा और विजयन विपक्ष के निशाने पर हैं।
हाल ही में अंग्रेजी के दैनिक अखबार में मुख्यमंत्री विजयन के हवाले से प्रकाशित साक्षात्कार में उनके जिस कथित बयान को शामिल किया गया है उसमें कहा गया है, ‘‘केरल पुलिस ने पिछले पांच वर्षों में मलप्पुरम जिले से 150 किलोग्राम सोना और 123 करोड़ रुपये का हवाला धन जब्त किया है। यह पैसा ‘राज्य-विरोधी’ और ‘राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों’ के लिए केरल में भेजा गया था।’’
इसके बाद से ही कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल विजयन पर सांप्रदायिक बयान देकर मुस्लिम बहुल मलप्पुरम को गलत तरीके से पेश करने और एक निजी जनसंपर्क एजेंसी का इस्तेमाल करने का आरोप लगा रहे हैं। संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) राज्य सरकार से अखबार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहा है।
हालांकि, मुख्यमंत्री और उनके कार्यालय की ओर से साक्षात्कार के दौरान ऐसा कोई बयान देने से पहले ही इनकार किया जा चुका है। केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस तरह के बयान का खंडन करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री विजयन ने साक्षात्कार के दौरान ना तो किसी क्षेत्र या स्थान का नाम लिया था और ना ही ‘राज्य विरोधी’ या ‘राष्ट्र विरोधी’ वाक्यांश का इस्तेमाल किया था। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री के बयान के साथ छेड़छाड़ करके इसे प्रकाशित किया गया।
इसके जवाब में साक्षात्कार को प्रकाशित करने वाले अखबार ने कहा कि साक्षात्कार में मुख्यमंत्री का कथित बयान एक निजी जनसंपर्क एजेंसी के प्रतिनिधियों के कहने पर शामिल किया गया। इसके साथ ही अखबार का स्वामित्व रखने वाले मीडिया संगठन ने विवादित बयान को प्रकाशित करने के लिए माफी मांग ली है।
भाषा
संतोष
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