दिल के लिए कूकिंग ऑयल से समझौता नहीं..

दिल के लिए कूकिंग ऑयल से समझौता नहीं..

  •  
  • Publish Date - September 29, 2017 / 01:28 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:11 PM IST

खाने में हमारे दिल के लिए कूकिंग ऑयल का एक अहम रोल है. हालांकि इसके बावजूद लोग कुकिंग ऑयल को ज्‍यादा तवज्‍जो नहीं देते. हम में से ज्‍यादातर लोग कुकिंग ऑयल खरीदते वक्‍त कभी यह नहीं देखते कि उसके पैकेट में लिखा क्‍या है. 

इन दिनों बाजार में मौजूद लगभग सभी ऑयल ब्रांड दिल की बीमारी को दूर रखने का दावा करते हैं. यहां तक कि वे अपने विज्ञापनों में भी तली-भुनी चीजों को दिखाने से बचते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि समय के साथ दिल भी बूढ़ा होता जाता है और उसका ध्यान रखना जरूरी है. 

यही वजह है कि आज कल खाने के सभी तेलों के साथ ‘दिल के लिए अच्छा’, ‘मोनोअनसेच्युरेटेड फैट’, ‘ओमेगा थ्री’, ‘कैरोटीन’, ‘प्लांट स्टेरॉलस’ जैसे शब्द उसके लेबल में जोड़ दिए जाते हैं, चाहे वह आपको समझ आएं या नहीं. गुड़गांव की रहने वाली प्रिशा मानडव्या का कहना है, ‘इन लेबलों के बारे में कुछ भी समझ नहीं आता.’ इसके अलावा उनके मुताबिक हर तेल के बारे में कहा जाता है कि वह दिल के लिए अच्छा है, इससे कंफ्यूजन और बढ़ जाता है.

डॉक्‍टरों की मानें तो तेल के बारे में चाहे कितने भी दावे किए जाएं लेकिन सभी में फैट यानी कि वसा होता है और सभी के अपने नुकसान हैं. भारत के बड़े हार्ट व‍िशेषज्ञों में से एक डॉक्‍टर देवी शेट्टी अपने लेख ‘डाइट कम्स फर्स्ट इन मैटर्स ऑफ दी हार्ट’ में कहते हैं कि जब बीज में से तेल निकालना ही प्रकृति के विरुद्ध है तो तेल दिल के लिए अच्छा कैसे हो सकता है.