रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विपक्षी दल भी पसंद करते हैं: सहस्रबुद्धे

रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विपक्षी दल भी पसंद करते हैं: सहस्रबुद्धे

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  • Publish Date - October 20, 2021 / 11:16 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:46 PM IST

नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी नेता विनय सहस्रबुद्धे ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा एक प्रशिक्षण संस्थान न केवल अपने चुने हुए प्रतिनिधियों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति उन्मुख करने के लिए भाजपा की पसंद है, बल्कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) जैसे विपक्षी दलों की भी पसंद है।

सहस्रबुद्धे पुणे स्थित रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी (आरएमपी) के बारे में बोल रहे थे। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो भाजपा के निर्वाचित प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित करता है और उभरते नेताओं को सलाह देता है।

निर्वाचित प्रतिनिधियों में सरपंच, पार्षद, विधायक और सांसद शामिल हैं। इस संस्थान में मंत्रियों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है।

संस्थान के उपाध्यक्ष सहस्रबुद्धे ने कहा कि आरएमपी नेताओं की सलाह, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की आवश्यकता को पूरा करता है। वह गुजरात और केंद्र में शासन प्रमुख के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दशकों के कार्यकाल को लेकर तीन दिवसीय सम्मेलन की घोषणा संबंधी बैठक से इतर बोल रहे थे।

सहस्रबुद्धे ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे, जबकि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 27 दिसंबर से शुरू हो रहे इस सम्मेलन में राजनयिक, अर्थशास्त्री, सेवानिवृत्त नौकरशाह और शिक्षाविद शामिल होंगे।

संस्थान की भूमिका के बारे में बताते हुए सहस्रबुद्धे ने कहा कि यह मूल रूप से मौजूदा राजनीतिक कार्यकर्ताओं और मंत्रियों सहित निर्वाचित प्रतिनिधियों के क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के पहलुओं पर काम करता है। उन्होंने कहा कि नवोदित नेताओं के लिए यह परामर्श प्रदान करता है।

भाषा

सुरेश अविनाश

अविनाश