‘पंथिक’ आदर्श मेरे लिए सर्वोपरि, सत्ता के लिए पंथ की प्रतिष्ठा से कभी समझौता नहीं करूंगा : बादल

‘पंथिक’ आदर्श मेरे लिए सर्वोपरि, सत्ता के लिए पंथ की प्रतिष्ठा से कभी समझौता नहीं करूंगा : बादल

‘पंथिक’ आदर्श मेरे लिए सर्वोपरि, सत्ता के लिए पंथ की प्रतिष्ठा से कभी समझौता नहीं करूंगा : बादल
Modified Date: August 20, 2025 / 09:57 pm IST
Published Date: August 20, 2025 9:57 pm IST

संगरूर, 20 अगस्त (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को कहा कि ‘पंथिक’ आदर्श और सिद्धांत उनके लिए सर्वोपरि हैं और वह सत्ता के लिए पंथ की प्रतिष्ठा से कभी समझौता नहीं करेंगे।

बादल शिअद के पूर्व प्रमुख हरचंद सिंह लोंगोवाल की 40वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पैतृक गांव लोंगोवाल में आयोजित पार्टी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

बीस अगस्त 1985 को हरचंद सिंह लोंगोवाल की संगरूर के शेरपुर गांव में दो हमलावरों ने हत्या कर दी थी।

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लोंगोवाल को श्रद्धांजलि देते हुए, बादल ने कहा कि ‘पंथ’ और पंजाब की प्रतिष्ठा उनके लिए हमेशा सबसे महत्वपूर्ण रही है।

शिअद प्रमुख ने कहा कि उन्होंने प्रेम सिंह चंदूमजरा, परमिंदर सिंह ढींडसा और सुरजीत सिंह रखड़ा जैसे नेताओं को यह बात स्पष्ट कर दी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘ये नेता मुझे समझौते के लिए मजबूर करना चाहते थे ताकि वे सांसद और मंत्री बन सकें, लेकिन मैंने उनसे कहा कि ‘कौम’ और पंजाब के मुद्दों का समाधान मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है और जब तक इन मुद्दों का समाधान नहीं हो जाता, मैं उनकी मांगों पर कभी सहमत नहीं होऊंगा।’’

असंतुष्ट अकाली नेता चंदूमाजरा, ढींडसा और रखड़ा अब शिरोमणि अकाली दल के अलग हुए गुट का हिस्सा हैं।

बादल ने कहा कि वह पंजाब के अधिकारों की रक्षा के लिए आगे बढ़कर लड़ाई लड़ेंगे और केंद्र के आगे कभी नहीं झुकेंगे।

भाषा शफीक पवनेश

पवनेश


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