दक्षिणी दिल्ली में पार्किंग स्थल के कर्मचारी की बल्ले से पिटाई, छह महीने तक बिस्तर पर रहेंगे |

दक्षिणी दिल्ली में पार्किंग स्थल के कर्मचारी की बल्ले से पिटाई, छह महीने तक बिस्तर पर रहेंगे

दक्षिणी दिल्ली में पार्किंग स्थल के कर्मचारी की बल्ले से पिटाई, छह महीने तक बिस्तर पर रहेंगे

:   Modified Date:  February 4, 2023 / 09:38 PM IST, Published Date : February 4, 2023/9:38 pm IST

नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) दिल्ली के पीवीआर प्रिया में नशे में धुत व्यक्ति द्वारा किए गए क्रिकेट बैट से हमले के पीड़ित विकास ठाकुर को अब सिर की सर्जरी के बाद छह महीने तक बिस्तर पर रहना होगा। उनकी रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया है। चिकित्सक से बात करने वाले एक रिश्तेदार ने इस बात की जानकारी दी।

दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के वसंत विहार में पीवीआर प्रिया में 60 रुपये शुल्क देने के लिए कहे जाने पर पार्किंग स्थल कर्मचारी पर बुधवार को एक व्यक्ति ने बेरहमी से हमला कर दिया था। आरोपी एक निजी स्कूल में पीटी शिक्षक के रूप में काम करता है।

ठाकुर (34) के चाचा सुभाष सिंह ने कहा, “चिकित्सकों ने हमें सुबह बताया कि विकास ठाकुर को चलने में कम से कम छह महीने लगेंगे।”

सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, “उन्होंने उसके सिर के दोनों तरफ दो सर्जरी की हैं। उन्होंने कहा कि सर्जरी सफल रही। ठाकुर की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया है। वह अर्धचेतन है, लेकिन अपने हाथों से जवाब दे रहा है। वह बोलने में सक्षम नहीं है।”

अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि मरीज की सर्जरी हुई है और वह इस समय आईसीयू में है। उसकी हालत स्थिर है।

सिंह दक्षिणी दिल्ली के वसंत विहार इलाके में उस पार्किंग में सुपरवाइजर हैं, जहां यह घटना हुई थी। वह पास के एक मंदिर में था, जब उसके भतीजे के साथ मारपीट की गई।

ठाकुर की पत्नी और उसके साले ने घटना की जानकारी मिलने पर दिल्ली के लिए उड़ान भरी। विमान किराया और अन्य खर्चों के लिए 25,000 रुपये उधार लिए।

सिंह ने कहा कि घर वापस आने पर उनकी एक मां, तीन बच्चे – दो बेटे और एक बेटी – और दो भाई हैं, जिनका झारखंड के रांची के एक अस्पताल में मानसिक इलाज चल रहा है।

सिंह ने कहा, “ठाकुर पहले किशनगढ़ में एक ड्राइवर के रूप में काम करता था। लेकिन कोरोना वायरस महामारी के दौरान नौकरी से निकाले जाने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया था। बाद में, वह अपने घर वापस चला गया।”

ठाकुर तीन-चार महीने पहले दिल्ली लौटा था और उसे पार्किंग स्थल के कर्मचारी के तौर पर नौकरी मिली थी। वह अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए अपने खाली समय में ड्राइविंग भी करता है।”

उन्होंने कहा, “वह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी बहन के पति ने करीब दो साल पहले उस पर हमला किया था। ठाकुर ने दो लाख रुपये का कर्ज लिया था और इसे अपनी बहन के इलाज और एक अदालती मामले में खर्च कर रहा था।”

सिंह ने कहा, “वह पहले ही 50,000 रुपये चुका चुका है और शेष राशि लौटाने की प्रक्रिया में था और अब यह हो गया। हमारे नियोक्ता ने उसकी पत्नी को आश्वासन दिया है कि वह उनका इलाज कराने में मदद करेगा।”

भाषा जितेंद्र माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)