नुआपाड़ा उपचुनाव में गंभीर उल्लंघन का पटनायक का आरोप
नुआपाड़ा उपचुनाव में गंभीर उल्लंघन का पटनायक का आरोप
भुवनेश्वर, 10 नवंबर (भाषा) ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने नुआपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में चुनाव प्रचार समाप्त होने और मतदान से पहले की अवधि के दौरान गंभीर उल्लंघन का सोमवार को आरोप लगाया।
नुआपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में चुनाव प्रचार समाप्त होने और मतदान से पहले दो दिनों की अवधि रविवार शाम से शुरू हुई, क्योंकि मतदान 11 नवंबर को होगा।
पटनायक ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘एक सच्चे लोकतंत्र की पहचान स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के संचालन में निहित है। हालांकि, यह हमारे संज्ञान में आया है कि नुआपाड़ा में, मतदान से दो दिन पहले जब प्रचार पर कानूनी रूप से रोक होती है उस दौरान गंभीर उल्लंघन हो रहे हैं।’’
बीजू जनता दल (बीजद) अध्यक्ष पटनायक ने कहा कि भारत के निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, निर्वाचन क्षेत्र के बाहर के राजनीतिक नेताओं और प्रचारकों को यह अवधि शुरू होने के बाद क्षेत्र छोड़ना आवश्यक है।
हालांकि, पटनायक ने कहा, ‘‘इसके विपरीत, हमारे पास विश्वसनीय जानकारी है कि नुआपाड़ा के बाहर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं कार्यकर्ता खुलेआम घूम रहे हैं और अनुचित तरीकों से मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।’
ओडिशा के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके पटनायक ने आरोप लगाया, ‘‘चिंताजनक बात यह है कि बीजू जनता दल ओडिशा के स्थानीय नेताओं ने जब इन गतिविधियों पर आपत्ति जताई, तो उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इससे साफ पता चलता है कि जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रही है और चुनावी निष्पक्षता बनाए रखने के बजाय सत्तारूढ़ दल के हितों की पूर्ति कर रही है।’’
पटनायक ने कहा कि यह स्थिति लोकतांत्रिक निष्पक्षता की मूल भावना पर प्रहार करती है और चुनावी प्रक्रिया में जनता के विश्वास को कमतर करती है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी हरकतें जारी रहीं, तो नुआपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनावों की निष्पक्षता पर प्रभाव पड़ेगा।
पटनायक ने भारत के निर्वाचन आयोग से इस संबंध में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।
भाषा अमित सुरेश
सुरेश

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