कोच्चि, आठ दिसंबर (भाषा) पुलिस ने बुधवार को बताया कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेता के परिसर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे के दौरान वहां कथित रूप से बाधा खड़ी करने और हंगामा करने को लेकर संगठन के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, एर्नाकुलम जिले के मुवात्तुपुझा में पीएफआई के करीब 100 कार्यकर्ता अपने नेता के घर के आगे जमा हो गए और ईडी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उस दौरान एजेंसी की टीम तलाशी ले रही थी।
उन्होंने बताया कि पीएफआई नेता के घर के बाहर पुलिस तैनात थी लेकिन कार्यकर्ताओं ने छापे के खिलाफ अपने प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारियों को धक्का देकर वहां से हटा दिया।
अधिकारियों को उनका काम करने से रोकने और ईडी जिस परिसर में छापा मार रहा था उसके बारा प्रदर्शन करने को लेकर पीएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
ईडी के अधिकारियों ने पीएफआई से जुड़े कम से कम और तीन परिसरों पर छापा मारा।
कन्नूर और मलप्पुरम सहित अन्य जिलों से मिली सूचना के अनुसार, पीएफआई के कार्यकर्ता परिसरों के बाहर जमा हो गए और केन्द्रीय एजेंसी का उपयोग करके उनके नेतृत्व को परेशान करने का आरोप लगाते हुए केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
छापों की आलोचना करते हुए पीएफआई ने एक बयान जारी करके कहा कि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि उन्हें पता है कि ‘‘पॉपुलर फ्रंट को परेशान करने और उसे निशाना बनाने के लिए भाजपा किसी भी हद तक जाएगी।’’
संगठन के महासचिव अनीस अहमद ने फेसबुक पेज पर पोस्ट एक वीडियेा में कहा, ‘‘पीएफआई को निशाना बनाने के लिए भाजपा केन्द्रीय एजेंसियों का उपयोग कर रही है।’’
केरल में भाजपा ने इन आरोपों तक तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भाषा अर्पणा उमा
उमा
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