पैगंबर टिप्पणी: बंगाल में गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन, राज्यपाल ने शांति की अपील की |

पैगंबर टिप्पणी: बंगाल में गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन, राज्यपाल ने शांति की अपील की

पैगंबर टिप्पणी: बंगाल में गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन, राज्यपाल ने शांति की अपील की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:01 PM IST, Published Date : June 10, 2022/9:30 pm IST

कोलकाता, 10 जून (भाषा) भाजपा के दो पूर्व नेताओं की पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में अलग-अलग स्थानों पर शुक्रवार को सड़कों और रेल की पटरियों को अवरूद्ध किया।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की धूलागढ़, पंचला और उलूबेरिया में पुलिस के साथ तब झड़प हुई जब उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग छह की नाकेबंदी खुलवाने की कोशिश की।

एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “भाजपा के दो नेताओं को उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी के लिए फौरन गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”

अधिकारी ने कहा कि धूलागढ़ और पंचला में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जहां प्रदर्शनकारियों ने इसके जवाब में पथराव किया, जिससे पास खड़ी कारों को नुकसान पहुंचा।

उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पंचला और धूलागढ़ में सड़कों पर टायर जला कर डाल दिए जबकि उलुबेरिया में पुलिस के एक बूथ को आग के हवाले कर दिया।

दक्षिण पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शकारियों ने हावड़ा-खड़गपुर खंड पर दोपहर एक बजकर 22 मिनट पर फुलेश्वर और चेंगैल स्टेशनों के बीच की पटरियों को अवरूद्ध कर दिया।

उन्होंने बताया कि प्रदर्शन की वजह से चार ट्रेन रद्द की गई हैं जबकि दो ट्रेन का मार्ग बदला गया है।

अधिकारियों ने कहा कि इसी तरह के प्रदर्शन बृहस्पतिवार को भी हुए थे और हावड़ा जिले के अंकुरहाती में 11 घंटे तक यातायात को बाधित रखा गया था।

इस बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शांति की अपील करते हुए राज्य के मुख्य सचिव से कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर तत्काल जानकारी मांगी है।

उन्होंने ट्वीट किया, “ शांति की अपील करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्य सचिव से राज्य में कल से बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति पर आज रात दस बजे तक तत्काल जानकारी मांगी है।”

उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपेक्षा है कि वह कानून का उल्लंघन करने वालों को कड़ी चेतावनी दें कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।”

ट्विटर पर मुख्य सचिव को भेजे पत्र की प्रति भी पोस्ट की गई है जिसमें धनखड़ ने कहा कि हावड़ा में बृहस्पतिवार की घटना के बाद निवारक और एहतियाती उपाय करने चाहिए थे जो जमीन पर दिखाई नहीं दे रहे हैं।

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक तापस रे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सब से शांति की अपील की है।

उन्होंने कहा, “ हम उन (पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई) टिप्पणियों की निंदा करते हैं। हम समानता में विश्वास रखते हैं और सभी धर्मों, जाति और नस्लों के प्रति सम्मान में यकीन रखते हैं।”

रे ने आरोप लगाया, “ भाजपा देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को तबाह करने की कोशिश कर रही है।”

हालांकि, भाजपा ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में कथित रूप से ‘नाकाम’ रहने पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज टिग्गा ने कहा, “सड़क का एक अहम हिस्सा 11 घंटे से अधिक समय तक अवरुद्ध रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। आज भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है।”

बंगाल इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद याहिया ने कहा कि संगठन ने भाजपा के पूर्व दो नेताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर समूचे राज्य में मस्जिदों के अंदर प्रदर्शन का आह्वान किया था।

उन्होंने कहा कि प्रशासन सड़कों को अवरूद्ध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।

भाजपा ने पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों से तीखी प्रतिक्रिया आने के बाद पांच जून को नुपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित और नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

भाषा नोमान नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)