पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला बर्खास्त, भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार, तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया |

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला बर्खास्त, भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार, तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला बर्खास्त, भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार, तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:05 PM IST, Published Date : May 24, 2022/10:40 pm IST

चंडीगढ़, 24 मार्च (भाषा) पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को मंगलवार को भ्रष्टाचार के आरोप में पद से बर्खास्त कर दिया गया तथा कुछ देर बाद गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार का रुख भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने का है।

सिंगला के ओएसडी प्रदीप कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच मोहाली में रवतेश इंद्रजीत सिंह की अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से दोनों को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

अधीक्षण अभियंता राजिंदर सिंह की शिकायत पर मोहाली फेस-8 थाने में सिंगला और कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। सिंह ने परियोजनाओं के आवंटन के लिए 1.16 करोड़ रुपये की रिश्वत और भविष्य के ठेकों के आवंटन के ऐवज में एक प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी।

अदालत से बाहर लाने के दौरान संवाददाताओं ने सिंगला से उन पर लगे आरोपों के संबंध में सवाल किया तो उन्होंने कहा, ”यह एक साजिश और पार्टी को बदनाम करने का प्रयास है।”

वहीं, इस घटनाक्रम के बाद भाजपा ने मंगलवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी पंजाब के मामलों से निपटने में विफल रही है। भाजपा ने आप के उस दावे पर भी कटाक्ष किया, जिसमें पार्टी ने सत्ता में आने के बाद 20 दिनों के भीतर भ्रष्टाचार को समाप्त करने का दावा किया था।

भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि दिल्ली और पंजाब दोनों जगहों पर आम आदमी पार्टी की सरकार है और आरोप लगाया कि दोनों ही जगह के स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचारी नजर आ रहे हैं क्योंकि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री भी भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने खुद सिंगला को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की घोषणा की। आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचार मुक्त शासन के एजेंडे के साथ करीब दो महीने पहले ही प्रचंड बहुत से सत्ता में आई है।

मान ने कहा कि उन्होंने यह फैसला, सिंगला द्वारा अपने विभाग की निविदाओं और खरीद में कथित रूप से एक प्रतिशत कमीशन की मांग किए जाने की जानकारी मिलने के बाद किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है। इसके कुछ देर बाद ही पंजाब पुलिस ने 52 वर्षीय सिंगला को गिरफ्तार कर लिया।

सिंगला मानसा विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में पंजाबी गायक और कांग्रेस प्रत्याशी शुभदीप सिंह सिद्धू को पराजित किया था। सिंगला पेशे से दंत चिकित्सक हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मान को 10 दिन पहले एक अधिकारी के जरिए सिंगला के कथित गलत कामों के बारे में पता चला था।

मुख्यमंत्री ने अधिकारी को आश्वस्त किया था कि वह उनके साथ हैं तथा उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है।

अधिकारी की मदद से एक अभियान चलाया गया जिसके बाद यह सामने आया कि सिंगला और उनके सहयोगी ‘एक फीसदी कमीशन’ मांग रहे हैं। समझा जाता है कि इस संबंध में एक ऑडियो रिकॉर्ड भी है।

मान ने मंगलवार को एक वीडियो संदेश में कहा, “मेरे संज्ञान में एक मामला लाया गया था जिसमें मेरी सरकार का एक मंत्री अपने विभाग की प्रत्येक निविदा या खरीद में एक प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहा था। मैंने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है। इसे सिर्फ मैं ही जानता था। न मीडिया को पता था न विपक्ष को।”

उन्होंने कहा, “मैं उस मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं और उन्हें मंत्रिमंडल से हटा रहा हूं। मैं पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश भी दे रहा हूं।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “उस मंत्री का नाम विजय सिंगला है। वह स्वास्थ्य मंत्री थे।” मान ने कहा कि सिंगला ने अपने कथित गलत कामों को स्वीकार भी कर लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सरकार का रुख भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने का है। मान ने रेखांकित किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 2015 में तत्कालीन खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री को बर्खास्त किया था और मामले को सीबीआई को सौंप दिया था।

केजरीवाल ने मान की उनके फैसले के लिए सराहना की और कहा कि भ्रष्टाचार देश के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर गर्व है जिन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए अपने मंत्री को तुरंत हटा दिया।’’

सिंगला को बर्खास्त करने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए, मान ने कहा,“ एक रुपये के भी भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करूंगा। हम पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त राज्य में बदलना चाहते हैं।”

पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी दल अब यह कहेंगे कि ‘आप’ का एक मंत्री सरकार बनने के महज दो महीने के अंदर ही भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया।

उन्होंने कहा, “ इस मामले के बारे में सिर्फ मुझे पता था। इसके बारे में ना मीडिया को पता था न विपक्ष को। मैं ही कार्रवाई कर रहा हूं।” उन्होंने विपक्ष और अपने पूर्ववर्तियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने हमेशा भ्रष्ट नेताओं को संरक्षण दिया और बढ़ावा दिया।

मान ने कहा कि वह इस मामले को दबा सकते थे लेकिन अगर वह ऐसा करते तो वह अपनी अंतरात्मा के साथ ‘विश्वासघात’ करते और लाखों लोगों के यकीन को तोड़ते।

मान ने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्ट आचरण को बर्दाश्त नहीं करेगी । उन्होंने आगाह किया कि ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।

उन्होंने कहा कि लोगों ने पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए आम आदमी पार्टी को चुना है और वह हर पंजाबी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

सिंगला को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘आप’ सांसद राघव चड्ढा ने मान की तारीफ की और कहा कि ‘आप’ का भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने का रुख है।

चड्ढा ने ट्विटर पर कहा, “आम आदमी पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसके पास भ्रष्टाचार के आधार पर अपनों के ही खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत, साहस और शुचिता है। हमने इसे दिल्ली में देखा, अब हम इसे पंजाब में देख रहे हैं।”

‘आप’ ने इस साल हुए चुनाव में राज्य की 117 सदस्य विधानसभा में 92 सीटें हासिल की थीं।

भाषा शफीक उमा

उमा

 

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