नयी दिल्ली, आठ अगस्त (भाषा) स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम ढांचे को विकसित करने के लिए एनसीईआरटी द्वारा अपने डिजिटल सर्वेक्षण में देश में शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार कैसे किया जाए और शिक्षा को भविष्य व कौशल उन्मुख कैसे बनाया जाए, जैसे सवाल पूछे जा रहे हैं।
शिक्षा मंत्रालय व राष्ट्र शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के निष्पादन के लिये सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया के तहत ‘राष्ट्रीय पाठ्यक्रम के वास्ते डिजिटल सर्वेक्षण’ कराया जा रहा है।
एनसीईआरटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सिफारिशों के आधार पर एनसीएफ के निष्पादन की प्रक्रिया को कागज रहित बनाने और उसे मजबूती प्रदान करने के रुख के साथ शुरू किया जा रहा है। सभी हितधारकों को इस व्यापक और गहन सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए और रूपरेखा तैयार करने में योगदान देना चाहिए। उन्हें सर्वेक्षण संबंधी दस्तावेज भर कर बहुमूल्य सुझाव साझा करने चाहिए, क्योंकि प्रत्येक सुझाव मायने रखता है।”
सर्वेक्षण में 10 सवाल हैं और प्रत्येक के पांच-पांच विकल्प हैं।
अन्य प्रश्न उन मूल्यों पर लोगों की राय से संबंधित हैं जिन्हें स्कूली शिक्षा के दौरान बच्चों में आत्मसात करने की आवश्यकता है। इनमें उन भाषाओं के बारे में भी पूछा गया है जो छात्रों को कक्षा एक से सीखनी चाहिए। कुछ प्रश्न माता-पिता की, बच्चों के समग्र विकास में शिक्षकों की भूमिका की कल्पना से संबंधित हैं।
भाषा प्रशांत मनीषा
मनीषा
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