‘यह लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है, सत्य ही मेरा अस्त्र है’.. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया

'यह लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है, सत्य ही मेरा अस्त्र है'.. Rahul Gandhi's first reaction after getting bail from the court

‘यह लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है, सत्य ही मेरा अस्त्र है’.. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया

Rahul Gandhi First statement for Congress Victory

Modified Date: April 3, 2023 / 05:35 pm IST
Published Date: April 3, 2023 5:35 pm IST

नई दिल्लीः Rahul Gandhi’s first reaction after bail  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मानहानि मामले में सोमवार को जमानत मिल गई। सूरत की अदालत में उनकी अपील पर अगली सुनवाई 13 अप्रैल को होगी। जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा।” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उनके इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, “सूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, कांटों में राह बनाते हैं।”

Read More : 10वीं पास युवाओं के लिए RBI ने निकाली भर्ती, इतने पदों पर होनी है भर्ती, आज ही करें आवेदन 

Rahul Gandhi’s first reaction after bail  बता दें कि राहुल गांधी ने ‘मोदी उपनाम’ के संदर्भ में उनकी 2019 की टिप्पणी से संबंधित मानहानि के एक मामले में दोषसिद्धि के खिलाफ सोमवार को सत्र अदालत में अपील दायर की। अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। एक अधिकारी ने बताया कि सत्र अदालत मामले की सुनवाई 13 अप्रैल को करेगी।

 ⁠

Read More : रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलटों की बंपर भर्ती, 10वीं पास भी कर सकते हैं अप्लाई, इस दिन से शुरू होगा आवेदन 

संसद सदस्यता की गई रद्द

निचली अदालत ने फैसले के खिलाफ अपील के लिए उनकी सजा एक महीने के लिए निलंबित कर दी थी। सूरत की अदालत की ओर से दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद लोकसभा सचिवालय ने 24 मार्च को एक अधिसूचना जारी कर राहुल गांधी को संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया था।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।