जम्मू कश्मीर में रेलवे देश का सपना, परियोजना पूरी करने के लिए कार्य जारी: रेल मंत्री |

जम्मू कश्मीर में रेलवे देश का सपना, परियोजना पूरी करने के लिए कार्य जारी: रेल मंत्री

जम्मू कश्मीर में रेलवे देश का सपना, परियोजना पूरी करने के लिए कार्य जारी: रेल मंत्री

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:15 PM IST, Published Date : September 13, 2021/7:43 pm IST

जम्मू, 13 सितंबर (भाषा) केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क देखना देश का सपना है।

वैष्णव ने साथ ही इस बात पर जोर दिया कि प्रतिष्ठित परियोजना पर कार्य तेज गति से चल रहा है और जल्द पूरा होगा।

मंत्री कटरा में थे जो रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों का आधार शिविर है। उन्होंने वहां एक जनसंपर्क कार्यक्रम में भाग लिया और दो नये रेलवे प्लेटफॉर्म और अतिरिक्त सुविधाओं के निर्माण की नींव रखी।

कटरा रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेलवे के लिए एक बहुत बड़ी दृष्टि है – देश भर के सभी रेलवे स्टेशन साफ-सुथरे हैं, लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलती हैं और ट्रेन समय पर चलती हैं।

जम्मू-बारामूला रेल लिंक को पूरा करने की समय सीमा के बारे में पूछे जाने पर वैष्णव ने कहा कि यह देश का सपना है और इस परियोजना पर काम तेजी से हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न पुलों और अन्य लिंकिंग क्षेत्र पर काम तेज गति से चल रहा है ताकि रेल (जम्मू-बारामूला) लाइन पर जल्द ही चलना शुरू हो जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह काम की प्रगति की समीक्षा के लिए डेढ़ महीने में वापस आएंगे।’’

21,653 करोड़ रुपये की लागत वाले उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना पर काम 1997 में शुरू हुआ था और भारी लागत वृद्धि के बीच कई बार यह कई बार पूरा होने की समयसीमा से चूक चुका है। यह आजादी के बाद शुरू की गई सबसे चुनौतीपूर्ण रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजना है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए काम कर रही है और लोगों से रेलवे की संपत्तियों को अपना मानने की अपील की।

उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे एक राष्ट्रीय संपत्ति है और लोगों से मेरी अपील है कि रेलवे की संपत्ति को अपने रूप में सुरक्षित रखें और रेल यातायात को बाधित न करें। यह हमारी संपत्ति है और यह हमारी रेलवे है।’’

भाषा अमित माधव

माधव

 

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