जयपुर, 22 अप्रैल (भाषा) राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे में अतिक्रमण रोधी एक अभियान के दौरान इस हफ्ते दो मंदिरों को ‘ध्वस्त’ किये जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने शुक्रवार को एक-दूसरे पर आरोप लगाये।
राजगढ़, कांग्रेस शासित राज्य में भाजपा शासित नगरपालिका है।
अलवर से भाजपा सांसद बालकनाथ ने आरोप लगाया कि इस सप्ताह की शुरुआत में की गई कार्रवाई में एक मंदिर की प्रतिमा को भी नुकसान पहुंचा है।
राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया और कहा कि राज्य सरकार मामले पर नजर रख रही है।
गौरतलब है कि राजगढ़ में रविवार और सोमवार को दो मंदिरों और कुछ दुकानों को ‘ध्वस्त’ कर दिया गया। अधिकारियों ने कस्बे में एक सड़क को चौड़ा करने के लिए की गई इस कार्रवाई को अतिक्रमण रोधी अभियान बताया है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई की मंजूरी भाजपा शासित राजगढ़ नगरपालिका बोर्ड ने दी थी और कार्रवाई में किसी भी प्रतिमा या गर्भगृह को नुकसान पहुंचने से इंकार किया है।
अलवर के जिलाधिकारी एन. शिवप्रसाद मदान ने कहा कि प्रस्ताव नगरपालिका बोर्ड ने पारित किया था और स्थानीय प्रशासन के फैसले के अनुरूप पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘बोर्ड के अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई बैठक में अवैध कब्जा हटाने का प्रस्ताव पारित हुआ था। कार्यकारी अधिकारी ने उसी के आधार पर नोटिस जारी किया और कार्रवाई की गई।’’
राजगढ़ के एसडीएम केशव मीणा ने बताया कि नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी ने छह अप्रैल को 86 लोगों को नोटिस जारी कर सड़क से अतिक्रमण हटाने को कहा था और उन्हें वक्त दिया गया था।
उन्होंने कहा कि 100 से ज्यादा अवैध कब्जों को गिराने की कार्रवाई 17 और 18 अप्रैल को की गई। उन्होंने कहा कि एक मंदिर को पूरी तरह गिराया गया और मंदिर के मालिकों ने प्रतिमाएं हटा ली थीं।
अधिकारी ने बताया कि दूसरे मंदिर को आंशिक रूप से गिराया गया लेकिन उसका गर्भगृह सुरक्षित है।
भाजपा की राजस्थान इकाई के प्रमुख सतीश पूनिया ने इस कार्रवाई के पीछे कांग्रेस का हाथ होने का आरोप लगाया। वहीं, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह भाजपा नीत स्थानीय नगरपालिका का फैसला था।
भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी मल मीणा शुक्रवार को राजगढ़ पहुंचे और मंदिर गिराए जाने के खिलाफ पुलिस थाने के समक्ष धरने पर बैठ गए। भाजपा का दावा है कि यह मंदिर 300 साल पुराना था।
लेकिन भाजपा ने कहा कि कांग्रेस को इसका नतीजा भुगतना होगा।
पूनिया ने उदयपुर में दावा किया कि ध्वस्त किया गया एक मंदिर करीब 300 साल पुराना था। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आये वीडियो में एक बुलडोजर को प्राचीन शिव मंदिर को ढहाते देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को पता है कि ये सभी कार्रवाई राज्य सरकार के इशारे पर की जा रही हैं। ’’
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सीकर से सांसद स्वामी सुमेधानंद, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण सिंह देवाल और विधायक चंद्रकांत अग्रवाल की सदस्यता वाला एक प्रतिनिधिमंडल राजगढ़ भेजने का फैसला किया है।
पूनिया ने कहा, ‘‘वे तीन दिनों में मुझे एक रिपोर्ट देंगे। ’’
वहीं, पूनिया के आरोपों का खंडन करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डोटासरा ने भाजपा पर लोगों को गुमराह करने और धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे नीत पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान जयपुर में सैकड़ों मंदिर ‘ध्वस्त’ कर दिये गये थे।
उन्होंने कहा कि मंदिरों को ‘ध्वस्त’ करने का प्रस्ताव भाजपा नीत राजगढ़ नगरपालिका बोर्ड ने पारित किया था। उन्होंने कहा कि इसके लिए केवल भाजपा ही जिम्मेदार है।
डोटासरा ने कहा, ‘‘गलत करना और सांप्रदायिक उन्माद फैलाना भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आदत है।’’
भाषा अर्पणा देवेंद्र
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