नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वियतनाम के अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शुक्रवार को भाषा और सूचना प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला के लिए वियतनामी वायुसेना प्रशिक्षण संस्थान को 10 लाख डॉलर का ‘‘उपहार’’ दिया।
रक्षा मंत्री ने न्हा ट्रांग स्थित दूरसंचार विश्वविद्यालय का भी दौरा किया जहां भारत से 50 लाख डॉलर के अनुदान के साथ सैन्य सॉफ्टवेयर पार्क स्थापित किया जा रहा है।
सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘न्हा ट्रांग में वायुसेना अधिकारी प्रशिक्षण स्कूल में भाषा और आईटी प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए 10 लाख डॉलर का चेक उपहार के तौर पर सौंपा। मुझे विश्वास है कि प्रयोगशाला वियतनाम के वायुसेना कर्मियों के भाषा और आईटी कौशल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।’’
सिंह ने बृहस्पतिवार को वियतनाम को भारत की ओर से 10 करोड़ डॉलर के ‘लाइन ऑफ क्रेडिट’ के तहत निर्मित 12 तेज रफ्तार गश्ती नौकाएं सौंपीं। वियतनाम और भारत के संबंधों में प्रगाढ़ता के बीच दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में बीजिंग की सैन्य आक्रामकता से निपटने के लिए ये नौकाएं दी गईं।
भारत और वियतनाम ने 2030 तक रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए बुधवार को एक दृष्टि दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने अपनी सेनाओं को मरम्मत कार्यों और आपूर्ति के मकसद से एक-दूसरे के अड्डों का उपयोग करने की अनुमति देने के लिए एक समझौता भी किया।
सिंह और वियतनाम के उनके समकक्ष जनरल फान वान गियांग के बीच ‘‘सफल’’ वार्ता के बाद दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए गए। साजो सामान को लेकर आपसी सहयोग पर समझौता ज्ञापन पहला ऐसा बड़ा समझौता है जिस पर वियतनाम ने किसी देश के साथ हस्ताक्षर किए हैं।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत और वियतनाम के बीच आपसी हितों और साझा चिंताओं पर ध्यान दिए जाने के साथ मौजूदा समय में ‘‘भरोसेमंद’’ संबंध हैं। आसियान (दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन) के एक महत्वपूर्ण देश वियतनाम का दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद है। भारत दक्षिण चीन सागर में वियतनाम के जल क्षेत्र में तेल अन्वेषण की परियोजनाओं के कार्य में जुटा है।
भाषा आशीष नेत्रपाल
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