राज्यसभा चुनाव: कर्नाटक में भाजपा ने तीन सीट पर जीत दर्ज की, कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट आई |

राज्यसभा चुनाव: कर्नाटक में भाजपा ने तीन सीट पर जीत दर्ज की, कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट आई

राज्यसभा चुनाव: कर्नाटक में भाजपा ने तीन सीट पर जीत दर्ज की, कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट आई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : June 11, 2022/1:16 am IST

बेंगलुरु 10 जून (भाषा) सत्तारूढ़ भाजपा ने शुक्रवार को कर्नाटक में राज्यसभा के लिए चार सीटों पर हुए चुनाव में उन तीनों सीट पर जीत दर्ज की, जिसपर उसने अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। वहीं, कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट आई, जबकि उसने दो सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।

जनता दल (सेक्युलर) एक भी सीट नहीं जीत पाया जिसने पर्याप्त वोट न होने के बावजूद अपना एक उम्मीदवार खड़ा किया था। कांग्रेस ने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर समर्थन करने के जद (एस) के अनुरोध को स्वीकार नहीं किया था।

दिलचस्प है कि व्हिप जारी होने के बावजूद जद (एस) के एक विधायक ने कांग्रेस उम्मीदवार को वोट दे दिया और उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह सबसे पुरानी पार्टी से ‘प्यार’ करते हैं।

मतगणना के बाद चुनाव अधिकारियों ने भाजपा नेता एवं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, अभिनेता-नेता जग्गेश और निवर्तमान विधान पार्षद लहर सिंह सिरोया तथा कांग्रेस के नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश को विजयी घोषित किया।

सीतारमण और रमेश को कर्नाटक से संसद के उच्च सदन के लिए फिर से चुना गया।

चौथी सीट के लिए चुनाव परिणाम को लेकर रहस्य बना हुआ था, जिसमें तीनों राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर देखी गई जिन्होंने जीतने के लिए पर्याप्त संख्या में वोट नहीं होने के बावजूद अपने उम्मीदवार खड़े किए थे।

कर्नाटक से चार सीट के लिए राज्यसभा चुनाव में कुल छह उम्मीदवार मैदान में थे, जिससे चौथे उम्मीदवार के लिए मुकाबला जरूरी हो गया।

चौथी सीट के लिए चुनाव में सिरोया (भाजपा के तीसरे उम्मीदवार), मंसूर अली खान (कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार) और डी कुपेंद्र रेड्डी (जद-एस के एकमात्र उम्मीदवार) के बीच सीधा मुकाबला हुआ।

क्रॉस वोटिंग के डर से तीनों राजनीतिक दलों ने व्हिप जारी कर अपने-अपने विधायकों से पार्टी उम्मीदवारों को वोट देने को कहा था।

क्षेत्रीय पार्टी के कोलार विधायक के श्रीनिवास गौड़ा ने पार्टी के निर्देश की अवहेलना करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार को अपना वोट डाला, जबकि गुब्बी के विधायक एस आर श्रीनिवास ने कथित तौर पर खाली मतपत्र पेटी में डाल दिया, जिससे जद (एस) विधायक दल के नेता एच डी कुमारस्वामी अपने सहयोगियों पर भड़क गए।

गौड़ा ने स्वीकार किया कि उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को वोट दिया है क्योंकि वह पार्टी से ‘प्यार’ करते हैं जबकि श्रीनिवास ने कुमारस्वामी के दावे को खारिज कर दिया और जोर देते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी उम्मीदवार को ही वोट दिया है।

ऐसी भी खबरें हैं कि श्रीनिवास ने भाजपा के सिरोया के पक्ष में वोट किया।

क्रॉस वोटिंग में कथित संलिप्तता को लेकर कांग्रेस नेताओं की ‘नैतिकता’ पर सवाल उठाते हुए, कुमारस्वामी ने कहा, ‘वे लोकतंत्र को बचाने के नारे के साथ लोगों के पास जाते हैं, जबकि सिद्धरमैया और अन्य नेता दूसरे दलों के विधायकों को ‘हाईजैक’ करके निम्न स्तर की राजनीति में संलिप्त हैं… कैसे कांग्रेस, भाजपा से अलग है? कांग्रेस, भाजपा को जीतने में मदद कर रही है।’

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कुमारस्वामी के ‘हाईजैक’ आरोप को खारिज करते हुए कहा, ‘‘अगर हमें ऐसा करना होता तो (जद-एस के) आधा दर्जन विधायक तैयार हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं करना चाहते…।’’

राज्य से राज्यसभा की चार सीट के लिए चुनाव कराना जरूरी था क्योंकि संबंधित सदस्यों-भाजपा की निर्मला सीतारमण और केसी राममूर्ति तथा कांग्रेस के जयराम रमेश का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। चौथे सदस्य, कांग्रेस के ऑस्कर फर्नांडीस का पिछले साल निधन हो गया था।

भाषा

नोमान सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)