विस्फोट के आरोपियों की तलाश जारी, भाजपा ने एनआईए जांच की मांग की |

विस्फोट के आरोपियों की तलाश जारी, भाजपा ने एनआईए जांच की मांग की

विस्फोट के आरोपियों की तलाश जारी, भाजपा ने एनआईए जांच की मांग की

:   Modified Date:  December 4, 2022 / 11:08 PM IST, Published Date : December 4, 2022/11:08 pm IST

कांठी/कोलकाता, चार दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल पुलिस ने रविवार को कहा कि पूर्व मेदिनीपुर जिले में हुए विस्फोट के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उनकी तलाश जारी है।

इस घटना को लेकर राज्य में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से जांच कराने की मांग की है।

शुक्रवार रात को भूपतिनगर में विस्फोट होने के बाद उत्पन्न तनाव अब भी महसूस किया जा सकता है। इस विस्फोट के कुछ ही घंटे बाद अगले दिन शनिवार को नजदीक के कांठी में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी की रैली होनी थी।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इलाके में पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी थी, जिसने पूरे क्षेत्र को घेर लिया।

कांठी उपसंभाग के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इस घटना की जांच की जा रही है।’’

पुलिस के अनुसार, इस विस्फोट में तीन लोगों-राजकुमार मन्ना, देबकुमार मन्ना और बिश्वजीत गायेन की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि जिस कच्चे घर में यह हुआ, वह तबाह हो गया। दावा किया जा रहा है कि राजकुमार मन्ना टीएमसी कार्यकर्ता था।

मन्ना की पत्नी ने रविवार को टीवी चैनलों से बातचीत में कहा कि उनके विरोध के बावजूद उनके पति घर में पटाखे बनाते थे।

उन्होंने कहा, ‘‘जब भी पटाखे बनाने का सीजन शुरू होता था, मैं घर छोड़कर चली जाती थी और कहीं और रहती थी, क्योंकि वह मेरी एक नहीं सुनते थे। इसी तरह शुक्रवार को मैं घर छोड़कर चली गई थी।’’

इस घटना की एनआईए से जांच कराने की मांग करते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि जब तृणमूल कार्यकर्ता देसी बम बना रहे थे, तब दुर्घटनावश विस्फोट हुआ।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बागडोगरा में रविवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य सरकार घटना को दबाने की कोशिश कर रही है। विस्फोट में मारे गए राजकुमार मन्ना की पत्नी के अलग-अलग बयानों से यह साफ है और वह दावा कर रही हैं कि वह एक पटाखा कारखाने में विस्फोट में मारे गए।’’

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को घटना की एनआईए से जांच कराने की मांग की थी।

तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि ये बम अभिषेक बनर्जी की रैली पर हमला करने के लिए बनाए जा रहे थे।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने इस तरह की घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें इस पर बयान देना चाहिए।

भाषा वैभव पारुल

पारुल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)