shame on humanity : कोरापुट – एक ओर जहां देश में जातिगत भेदभाव को दूर करने के लिए सरकार लोगों को जागरूक कर रही है। वहीं देश में समाज आज भी इंसानियत की बजाए जातियों पर टिके हुए है। जन्म से लेकर मरण तक इंसान जाति रूपी बेड़ियों में बंध जाता है। और उसकी जाति के हिसाब से समाज में उससे व्यवहार किया जाता है। ऐसी परंपरा कई सालों पहले पीछे ही छोड़ आए है लेकिन उसका अस्तित्व नहीं मिटा पा रहे है। आज भी लोगों के मन में यह जातिरूपी कीड़ा अपना स्थान बनाए हुए है। शिक्षित होने के बाद भी लोग अशिक्षित नजर आते है। जाति को लेकर देश में कई मामले सामने आते है।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
shame on humanity : वहीं ओडिसा के कोरापुट से छोटी जाति को लेकर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जहां कोरापुट जिले के बैरागी मूत ग्राम निवासी मंगला परजा को छोटी जाति होने की भयावह सजा मिली। मंगला ने अपनी मां की मौत पर अंतिम संस्कार के लिए गांव के लोगों से सहायता की गुहार लगाई। गांव के लोगों ने छोटी जाति का ताना देकर अंतिम संस्कार में मदद करने से मना कर दिया। मंगला लाचार होकर मजबूरन पत्नी के साथ मिलकर अपनी मां कंधा दिया तथा अंतिम संस्कार किया। 6 महीने पहले मंगला परजा ने गांव के पड़ोस में दूसरे जाति के घर में खाना खा लिया, तत्पश्चात, गांव के लोगों में मंगला परजा और उसके पूरे परिवार को गांव से बाहर कर दिया। परजा को गांव से बाहर रहने की वजह से बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
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shame on humanity : मंगला ने बताया कि दूसरे जाति के घर में खाना खाने की वजह से हमें छोटी जाति बतलाकर गांव से बाहर कर दिया गया था, मेरी मां की मौत के बाद मैंने गांववालों से अंतिम संस्कार में सहायता करने लिए गुहार लगाई, मगर लोगों ने छोटी जाति कह कर सिर्फ ताना मारा और मदद करने से मुंह मोड़ लिया। मंगला ने कहा कि मैंने और मेरी पत्नी ने मां के पार्थिव शरीर को कंधा दिया तथा श्मशान पर ले जाकर अंतिम संस्कार किया। मंगला ने नम आंखों से कहा कि मुझे दूसरी जाति के घर में खाना खाने की खतरनाक सजा प्राप्त हुई है। स्थानीय अंचल अफसर सुरेश पटनायक ने कहा कि इस घटना की पूरी जानकारी अभी मेरे पास नहीं है, मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि मृतक महिला का बेटा मंगला परजा को समाज से बाहर किया गया था, स्थानीय लोगों के साथ बातचीत कर इसका हल निकला जाएगा, साथ ही प्रशासन की तरफ से मंगला परजा को आर्थिक मदद प्रदान किया जाएगा।