शिलांग में सिख संगठन ने “अवैध रूप से बसने वालों” के स्थान परिवर्तन का विरोध किया |

शिलांग में सिख संगठन ने “अवैध रूप से बसने वालों” के स्थान परिवर्तन का विरोध किया

शिलांग में सिख संगठन ने “अवैध रूप से बसने वालों” के स्थान परिवर्तन का विरोध किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : October 9, 2021/5:13 pm IST

शिलांग, नौ अक्टूबर (भाषा) मेघालय कैबिनेट द्वारा यहां थेम इव मावलोंग क्षेत्र में ‘अवैध तौर पर बसने वालों’ को स्थानांतरित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के कुछ दिनों बाद, शिलांग में सिख समुदाय के सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली हरिजन पंचायत समिति (एचपीसी) ने कहा है कि वह सरकार को अभियान चलाने से रोकने के लिए ”पुरजोर प्रयास” करेगी।

राज्य मंत्रिमंडल ने इस सप्ताह की शुरुआत में उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसोंग की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय समिति (एचएलसी) द्वारा की गई सिफारिशों के आधार पर निर्णय लिया।

एचएलसी के सचिव गुरजीत सिंह ने शनिवार को पीटीआई-भाषा को बताया, ” कई वर्षों से पंजाब लेन इलाके के थेम इव मावलोंग में रह रहे सैकड़ों दलित सिख परिवारों के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाली एचपीसी ने उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।”

सिंह ने यह भी कहा कि उनके संगठन ने ”इलाके में रहने वाले लोगों के अधिकारों के लिए आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ने” की कसम खाई है।

सिंह ने कहा, ”राज्य के सबसे बड़े पारंपरिक बाजार के करीब स्थित 2.5 एकड़ कॉलोनी की भूमि कई परिवारों की जीवन रेखा के रूप में कार्य करती है, जिन्होंने इस क्षेत्र में दुकानें और अन्य व्यवसाय स्थापित किए हैं।”

उन्होंने कहा, ”हम अपनी भूमि के लिए जान दे देंगे लेकिन मेघालय सरकार के किसी अवैध, अनैतिक एवं अनुचित कार्रवाई को होने नहीं देंगे।”

उन्होंने दावा किया कि खासी पर्वतीय क्षेत्र में प्रमुखों में से एक – हिमा माइलीम के प्रमुख द्वारा पंजाबियों को यहभूमि उपहार में दी गई थी।

सिंह ने कहा, ”किसी अन्य का इस जमीन पर अधिकार नहीं है।”

भाषा नेहा पवनेश

पवनेश

 

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