धर्मस्थल मामले में एसआईटी ने दो एम्बुलेंस चालकों से पूछताछ की
धर्मस्थल मामले में एसआईटी ने दो एम्बुलेंस चालकों से पूछताछ की
धर्मस्थल (कर्नाटक), चार अक्टूबर (भाषा) धर्मस्थल में कई हत्याओं, बलात्कारों और शवों को दफनाने के कथित मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बेल्थांगडी के दो एम्बुलेंस चालकों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया, जिसके बाद वे शनिवार को जांच में शामिल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि ये ड्राइवर क्षेत्र में अपनी सामाजिक सेवा के लिए प्रसिद्ध हैं।
सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने उनसे धर्मस्थल में अप्राकृतिक मृत्यु रिपोर्ट (यूडीआर) मामलों से शवों को शवगृह तक पहुंचाने के संबंध में जानकारी मांगी है।
अधिकारियों के अनुसार, जांच का उद्देश्य यह सत्यापित करना है कि शवों का परिवहन पुलिस की निगरानी में हुआ या स्वतंत्र रूप से।
एसआईटी इसे साक्ष्य शृंखला में जवाबदेही और प्रक्रियागत अनुपालन स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानती है।
उन्होंने बताया कि एसआईटी के समन के बाद एम्बुलेंस के दोनों चालक शनिवार को एसआईटी अधिकारियों के समक्ष पेश हुए।
कर्नाटक सरकार ने यूडीआर (अप्राकृतिक मृत्यु रिपोर्ट) मामलों में शवों के प्रबंधन और निस्तारण में संभावित चूक की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया।
टीम इस प्रक्रिया में शामिल पुलिस अधिकारियों, चिकित्सा कर्मचारियों और अन्य स्थानीय कर्मचारियों के बयान दर्ज कर रही है। एम्बुलेंस चालकों से की गई हालिया पूछताछ, जारी जांच में एक नए चरण का संकेत है।
झूठा बयान देने के आरोप में 23 अगस्त को गिरफ्तार सी.एन. चिन्नैया द्वारा यह दावा करने के बाद विवाद छिड़ गया कि उन्होंने धर्मस्थल में समय-समय पर कई शवों को दफनाया है, जिनमें महिलाओं के शव भी शामिल थे जिन पर यौन शोषण के निशान थे। इसका संकेत स्थानीय मंदिर प्रशासकों की ओर किया गया था।
भारतीय जनता पार्टी ने मंदिर को निशाना बनाए जाने का विरोध किया था। उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने भी चेतावनी दी थी कि अगर शिकायत झूठी निकली तो कार्रवाई की जाएगी।
भाषा प्रशांत माधव
माधव

Facebook



