नयी दिल्ली, 26 सितंबर (भाषा) चिकित्सकों के एक समूह ने स्वास्थ्य प्रणाली में पारिवारिक चिकित्सकों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि वे समग्र उपचार प्रदान कर सकते हैं और माध्यमिक व तृतीयक अस्पतालों पर अनावश्यक बोझ कम करने में मदद दे सकते हैं।
‘एकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया’ (एएफपीआई) के सदस्यों ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम में पारिवारिक चिकित्सकों के रूप में प्रशिक्षण को शामिल करने का आह्वान किया। एएफपीआई ने 25 सितंबर को अपना स्थापना दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में देश भर के चिकित्सक और विशेषज्ञ शामिल हुए।
उन्होंने रेखांकित कि वे एक परिवार की सभी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने वाले एक व्यक्ति के रूप में कार्य करते हैं और माध्यमिक व तृतीयक स्वास्थ्य प्रणालियों पर अनावश्यक बोझ बढ़ने से रोकते हैं।
एएफपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रमन कुमार ने कहा, “एक पारिवारिक चिकित्सक न केवल एक पारिवारिक चिकित्सक होता है, बल्कि एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करता है, जो एक परिवार को स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने में मदद करता है।”
भाषा जोहेब अविनाश
अविनाश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
असम में ईवीएम मशीनों के करीब 1,000 घटक बदले गए:…
3 hours agoएनसीबी ने नए सतर्कता अधिकारी की नियुक्ति की
4 hours ago