एनएचईक्यूएफ में छात्रों को एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम करने का मिलेगा मौका |

एनएचईक्यूएफ में छात्रों को एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम करने का मिलेगा मौका

एनएचईक्यूएफ में छात्रों को एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम करने का मिलेगा मौका

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:00 PM IST, Published Date : June 28, 2022/5:01 pm IST

नयी दिल्ली, 28 जून (भाषा) सरकार ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के आधार पर राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचा (एनएचईक्यूएफ) तैयार किया है जिसमें छात्रों के लिये एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम का प्रावधान किया गया है । हालांकि यह सुविधा उन्हीं छात्रों को मिलेगी जिन्होंने चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम पूरा कर लिया होगा ।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. जगदीश कुमार ने ‘पीटीआई भाषा’’ से कहा कि राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचा (एनएचईक्यूएफ) को लागू करने को लेकर देश में विश्वविद्यालयों सहित विभिन्न पक्षकारों के साथ चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा कि आयोग का लक्ष्य छात्रों को डिग्री प्राप्त करने को लेकर अधिक से अधिक सुविधा प्रदान करना है।

आयोग के अधिकारियों के अनुसार एनएचईक्यूएफ के प्रावधान के तहत छात्र एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम कर सकेंगे लेकिन यह उन्हीं छात्रों के लिये होगा जिन्होंने जिन्होंने चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम पूरा कर लिया हो । वैसे छात्र जिन्होंने तीन वर्षीय स्नातक डिग्री किया होगा, उन्हें दो वर्षीय स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम करना होगा।

उन्होंने कहा कि एनएचईक्यूएफ का स्वरूप मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की तर्ज पर होगा जहां कोई भी व्यक्ति अपना सेवा प्रदाता तो बदल सकता है लेकिन उसका मोबाइल नंबर नहीं बदलता है। उन्होंने इसी प्रकार से छात्र कोर्स करते हुए एक संस्थान से दूसरे संस्थान में जा सकते और अपनी डिप्लोमा, डिग्री पूरी कर सकते हैं ।

अधिकारियों के अनुसार एनएचईक्यूएफ के तहत पठन पाठन को कई स्तरों में बांटा गया है, हर स्तर पर क्रेडिट प्रदान किया जायेगा और हर स्तर पर छात्रों को संस्थान बदलने की सुविधा होगी । इसमें अकादमिक क्रेडिट, डिजिटल विश्वविद्यालय सहित आनलाइन शिक्षा, आनलाइन डिग्री, एक साथ दो या दो से अधिक डिग्री प्राप्त करने का अवसर देने का प्रावधान किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि एनएचईक्यूएफ को सीखने की क्षमता के आधार पर 11 स्तरों में बांटा गया है । इसमें 1-4 स्तर स्कूली शिक्षा से संबंधित है और इसके दायरे में छात्र स्कूली शिक्षा पूरा करेंगे ।

एनएचईक्यूएफ के मसौदा दस्तावेज के अनुसार, राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचे में उच्च शिक्षा की शुरूआत 4.5 स्तर से होगी जिसमें प्रथम वर्ष स्नातक कार्यक्रम के छात्र होंगे। स्तर 5 से 5.5 में जटिल विचारों की विवेचना एवं मूल्यांकन तथा अतिरिक्त प्रतिस्पर्धी कौशल पर जोर होगा । स्तर 6 में शोध कार्य के तरीके एवं तकनीक पर जोर होगा । स्तर 6.5 से 7 विभिन्न संकायों में स्नातकोत्तर डिग्री से संबंधित होंगे जबकि स्तर 8 पीएचडी कार्यक्रम से संबंधित होगा ।

प्रो. कुमार ने कहा, ‘‘हम भारत में उच्च शिक्षा प्रणाली को व्यवस्थित करके इसे एक साझा प्लेटफार्म में लाना चाहते हैं । यह ज्ञान, कौशल, क्षमता, मूल्यों पर आधारित होगा। इसमें संवैधानिक, नैतिक एवं आचार संबंधी मूल्यों पर जोर दिया जायेगा ।’’

उन्होंने कहा कि आयोग का लक्ष्य रोजगारोन्मुखी कौशल विकास करना है । उन्होंने कहा कि छात्र चाहे कला, विज्ञान, मानविकी, इंजीनियरिंग सहित किसी भी विषय से संबंधित होंगे, वे सभी एनएचईक्यूएफ के तहत आयेंगे ।

भाषा दीपक दीपक माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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