सफदरजंग अस्पताल में रोबोटिक तकनीक के जरिये सफल गुर्दा प्रत्यारोपण

सफदरजंग अस्पताल में रोबोटिक तकनीक के जरिये सफल गुर्दा प्रत्यारोपण

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  • Publish Date - September 22, 2022 / 09:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल एवं वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज (वीएमएमसी) में ‘रोबोटिक’ तकनीक से सफलतापूर्वक गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया। केंद्र सरकार और अन्य किसी सरकारी अस्पताल में इस तकनीक की मदद से किया गया यह पहला गुर्दा प्रत्यारोपण ऑपरेशन था।

सफदरजंग अस्पताल एवं वीएमएमसी में यूरोलॉजी, रोबोटिक एवं गुर्दा प्रत्यारोपण विभाग के प्रमुख एवं प्रोफेसर (डॉ. )अनूप कुमार की अगुवाई में यह प्रत्यारोपण किया गया। डॉ. कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के रहने वाले युवक का गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया, जिसके लिए उसकी पत्नी ने गुर्दा दान किया।

उन्होंने कहा कि यूरोलॉजी सर्जरी में रोबोटिक तकनीक से गुर्दा प्रत्यारोपण करना तकनीकी रूप से काफी जटिल प्रक्रिया है, जिसके लिए रोबोटिक तकनीक के साथ ही गुर्दा प्रत्यारोपण सर्जरी में दक्षता की आवश्यकता होती है। प्रोफेसर कुमार दोनों ही क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं ।

उन्होंने कहा कि रोगी के पास निजी केंद्र से अंग प्रत्यारोपण कराने के लिए पैसा नहीं था और पिछले कई साल से उसकी डायलिसिस की प्रक्रिया जारी थी।

कुमार ने कहा कि ऑपरेशन के बाद रोगी और अंगदान करने वाली उसकी पत्नी दोनों की तबीयत ठीक है।

प्रो़ कुमार ने बताया कि सफदरजंग अस्पताल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के इतिहास में यह सर्जरी एक मील का पत्थर है।

इस जटिल ऑपरेशन में नेफ्रोलॉजी टीम की अगुवाई विभागाध्यक्ष डा .हिमांशु वर्मा ने की जबकि एनेस्थीसिया टीम का नेतृत्व डा . मधु दयाल ने किया। डा. अनूप कुमार ने एसजेएच और वीएमएमसी के चिकित्सा अधीक्षक एवं प्रोफेसर (डॉ) बीएल शेरवाल का प्रशासनिक समर्थन के लिए विशेष रूप से आभार जताया।

प्रो. (डा.) कुमार ने गुर्दा प्रत्यारोपण आपरेशन में सहयोग के लिए यूरोलॉजी विभाग, नेफ्रोलॉजी और एनेस्थीसिया विभाग की टीमों की सराहना की।

भाषा

शफीक नरेश

नरेश