सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार एक साथ 3 महिला न्यायाधीश

सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार एक साथ 3 महिला न्यायाधीश

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  • Publish Date - August 7, 2018 / 11:37 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:02 PM IST

नई दिल्ली। भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट में एक साथ 3 महिला न्यायाधीश हैं। ऐसा मंगलवार को जस्टिस इंदिरा बनर्जी के शपथ ग्रहण से हुआ। सुप्रीम कोर्ट में अब 3 महिला जज न्यायमूर्ति आर भानुमति, न्यायमूर्ति इन्दु मल्होत्रा और न्यायमूर्ति इन्दिरा बनर्जी हैं।

1947 में देश की आजादी के बाद 1950 में सुप्रीम कोर्ट अस्तित्व में आया। तब से लेकर अब तक 8 महिला न्यायाधीश की नियुक्ति इस शीर्ष अदालत में हो चुकी है। सबसे पहली महिला न्यायाधीश फातिमा बीवी की नियुक्ति 1989 में हुई थी। आज शपथ लेने वाली न्यायमूर्ति बनर्जी मद्रास उच्च न्यायालय से पदोन्नत होकर शीर्ष अदालत में न्यायाधीश नियुक्त हुई हैं। वे 23 सितंबर, 2022 को सेवानिवृत्त होंगी।

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न्यायमूर्ति बनर्जी मद्रास हाईकोर्ट से पूर्व कलकत्ता उच्च न्यायालय में न्यायाधीश और फिर वहीं सीजेआई भी रह चुकी हैं। न्यायमूर्ति बनर्जी से पहले वरिष्ठ अधिवक्ता इन्दु मल्होत्रा शीर्ष अदालत में न्यायाधीश बनने वाली सातवीं महिला थीं। जस्टिस मल्होत्रा पहली महिला न्यायाधीश हैं जिनकी सीधे उच्चतम न्यायालय में नियुक्ति हुई।

वेब डेस्क, IBC24