स्वामी के ट्वीट ने मेरी सत्यनिष्ठा और चरित्र पर हमला किया : बग्गा ने अदालत से कहा

स्वामी के ट्वीट ने मेरी सत्यनिष्ठा और चरित्र पर हमला किया : बग्गा ने अदालत से कहा

स्वामी के ट्वीट ने मेरी सत्यनिष्ठा और चरित्र पर हमला किया : बग्गा ने अदालत से कहा
Modified Date: December 5, 2025 / 09:43 pm IST
Published Date: December 5, 2025 9:43 pm IST

नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा उनके खिलाफ किये गए ट्वीट से उनकी सत्यनिष्ठा और चरित्र पर हमला हुआ है।

बग्गा ने न्यायमूर्ति रवींद्र डुडेजा के समक्ष जवाब दाखिल किया है, जो उस मामले की सुनवाई कर रहे हैं, जिसमें स्वामी ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर करके बग्गा द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि के मामले में मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा जारी समन को चुनौती दी थी और कार्यवाही रद्द करने का अनुरोध किया था।

बग्गा ने दावा किया है कि सितंबर 2021 में स्वामी ने एक ट्वीट में आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने से पहले उन्हें (बग्गा को) नयी दिल्ली मंदिर मार्ग पुलिस थाने द्वारा छोटे-मोटे अपराधों के लिए कई बार जेल भेजा गया था।

 ⁠

जवाब में कहा गया कि ‘आपराधिक पृष्ठभूमि’ का आरोप लगाने वाले ‘सरासर झूठे’ ट्वीट ने उनकी सत्यनिष्ठा और चरित्र पर हमला किया। इसमें कहा गया कि इस ट्वीट से उनकी प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंची, क्योंकि वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने आरोपों पर स्पष्टीकरण देने के लिए बग्गा को तलब किया था।

जवाब में कहा गया, ‘‘प्रतिष्ठा राजनीतिक नियुक्तियों से नहीं, बल्कि समाज के सही सोच रखने वाले लोगों की नजर में सम्मान से मापी जाती है।’’

इसमें कहा गया कि मंदिर मार्ग पुलिस थाने ने बग्गा को कभी गिरफ्तार नहीं किया या जेल नहीं भेजा और स्वामी का ‘ट्विटर पर विवादास्पद बयान देने का इतिहास’ रहा है।

स्वामी के इस दावे को खारिज करते हुए कि ट्वीट ‘दिल्ली के पत्रकारों’ से प्राप्त जानकारी पर आधारित था, जवाब में कहा गया कि उन्हें ‘झूठे और अपमानजनक बयान देकर अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।’’

स्वामी के वकील को बग्गा के जवाब पर प्रत्युत्तर दाखिल करने के लिए समय देते हुए, अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 6 अप्रैल के लिए निर्धारित की।

भाषा

अमित दिलीप

दिलीप


लेखक के बारे में