नयी दिल्ली, 23 नवंबर (भाषा) केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राज्य में गुटखा की अवैध बिक्री से जुड़े एक मामले में तमिलनाडु के कुछ पूर्व मंत्रियों और पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने हाल में तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार के मंत्रियों बी. वी. रमन और सी. विजय भास्कर तथा राज्य के पूर्व पुलिस प्रमुखों एस. जॉर्ज और टी. के. राजेंद्रन सहित 21 लोगों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया है।
आरोप पत्र चेन्नई की विशेष सीबीआई अदालत में दायर किया गया था।
यह मामला गुटखा की अवैध बिक्री से संबंधित है, जिसे 2013 में तमिलनाडु में जयम इंडस्ट्रीज द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था।
सीबीआई ने प्राथमिकी में कहा कि जयम इंडस्ट्रीज के प्रवर्तक-निदेशक – ए. वी. माधव राव, उमा शंकर गुप्ता और श्रीनिवास राव ने अधिकारियों, राजनीतिज्ञों और नियामक प्राधिकरणों को कथित तौर पर प्रभावित करके राज्य में एमडीएम ब्रांड के गुटखा की बिक्री जारी रखी।
यह घोटाला आठ जुलाई, 2017 को तब सामने आया जब आयकर अधिकारियों ने तमिलनाडु में 250 करोड़ रुपये की कर चोरी के आरोपों का सामना कर रही कंपनी के गोदाम, कार्यालयों और आवासों पर छापेमारी की थी।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता की याचिका पर अप्रैल, 2018 में मद्रास उच्च न्यायालय ने मामला सीबीआई को भेजा था।
एजेंसी ने तमिलनाडु सरकार, केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
भाषा
देवेंद्र माधव
माधव
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