तरनतारन उपचुनाव: अकालियों के खिलाफ ‘झूठी’ प्राथमिकी को लेकर सुखबीर बादल ने धरने का नेतृत्व किया

तरनतारन उपचुनाव: अकालियों के खिलाफ ‘झूठी’ प्राथमिकी को लेकर सुखबीर बादल ने धरने का नेतृत्व किया

तरनतारन उपचुनाव: अकालियों के खिलाफ ‘झूठी’ प्राथमिकी को लेकर सुखबीर बादल ने धरने का नेतृत्व किया
Modified Date: October 25, 2025 / 10:36 pm IST
Published Date: October 25, 2025 10:36 pm IST

तरन तारन, 25 अक्टूबर (भाषा) शिरोमणी अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अकाली कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस द्वारा झूठे मामले दर्ज किए जाने के खिलाफ शनिवार को यहां धरना दिया।

तरनतारन विधानसभा उपचुनाव के लिए शिअद की उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा और पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलजार सिंह राणिके, अलविंदर सिंह पखोके, लखबीर सिंह लोधीनंगल तथा रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा ने भी विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

यह धरना ऐसे समय में आयोजित किया गया, जब एक दिन पहले ही शिअद ने पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष तरनतारन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रवजोत कौर ग्रेवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

 ⁠

शिकायत में ग्रेवाल पर आरोप लगाया गया था कि वह पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस का इस्तेमाल कर ‘झूठी’ प्राथमिकी दर्ज करा रही हैं, ताकि उन्हें तरनतारन उपचुनाव के लिए प्रचार करने से रोका जा सके।

विरोध-प्रदर्शन में बादल ने शिअद कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ ग्रेवाल की कार्रवाई की निंदा की।

उन्होंने कहा कि अकाली जेल जाने से नहीं डरते, लेकिन अगर उनमें से एक को भी झूठे मामले में फंसाया गया, तो शिअद मुख्यमंत्री भगवंत मान, सत्तारूढ़ ‘आप’ के वरिष्ठ नेता अरविंद केजरीवाल व मनीष सिसोदिया को तरनतारन में घुसने नहीं देगा।

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, “पंजाबियों को दबाया नहीं जा सकता। आप उन्हें जितना अधिक दबाने की कोशिश करेंगे, वे उतनी ही मजबूती से पलटवार करेंगे।”

बादल ने कहा कि यह बात तेजी से साफ होती जा रही है कि आम आदमी पार्टी (आप) “अपनी जमीन खो चुकी है और अब मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पुलिस पर निर्भर है।”

तरनतारन उपचुनाव के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

जून में ‘आप’ विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद यह सीट रिक्त हो गई थी।

भाषा प्रशांत पारुल

पारुल


लेखक के बारे में