कोलकाता, 22 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल में शिक्षक अहर्ता परीक्षा (टीईटी) पास करके भी प्राथमिक स्कूलों शिक्षकों की नौकरी नहीं मिलने का दावा करने वाले लोगों ने बुधवार को दक्षिण कोलकाता में एक मुख्य सड़क को बंद कर दिया और तत्काल नियुक्ति की मांग की।
टीईटी सरकारी स्कूलों के प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा 1-5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6-8) में शिक्षकों के रूप में नियुक्ति के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता है।
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि 100 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया, जिन्होंने दोपहर करीब डेढ़ बजे आशुतोष मुखर्जी रोड-हाजरा रोड क्रॉसिंग को अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने उन्हें ऐसा न करने के लिए कहा, इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों ने वहां से हटने से इनकार कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें जमीन पर धकेल दिया। हालांकि, अधिकारियों ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा उकसाने के बावजूद पुलिस ने संयम बरता।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस को यातायात के प्रवाह को बनाए रखने के लिए मार्ग पर से उन्हें हटाना पड़ा।
एक प्रदर्शनकारी कौशिक साहा ने कहा, ”हमने 2014 में परीक्षा और साक्षात्कार पास किया था, लेकिन नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। यह हमारे जीवन और मृत्यु का सवाल है।”
एक अन्य प्रदर्शनकारी देबार्षि बानिक ने आरोप लगाया कि 50-100 नहीं बल्कि टीईटी पास कर चुके एक हजार से अधिक लोगों को भर्ती में नजरअंदाज कर दिया गया, जबकि कम अंक प्राप्त करने वालों को नौकरी मिल गई।
उन्होंने कहा, ”जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।”
भाषा
जोहेब उमा
उमा
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)