केन्द्र सरकार का कोई वित्तीय प्रबंधन नहीं है.. महंगाई बढ़ती जा रही है : गहलोत |

केन्द्र सरकार का कोई वित्तीय प्रबंधन नहीं है.. महंगाई बढ़ती जा रही है : गहलोत

केन्द्र सरकार का कोई वित्तीय प्रबंधन नहीं है.. महंगाई बढ़ती जा रही है : गहलोत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:58 PM IST, Published Date : October 8, 2021/5:51 pm IST

उदयपुर, आठ अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार पर ईंधन की कीमतों में वृद्धि और बढ़ती मंहगाई के मुद्दे पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के हालात बडे़ गंभीर है.. केन्द्र सरकार का कोई वित्तीय प्रबंधन नहीं है।

प्रतापगढ़ के धरियावाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘देश के हालात बडे़ गंभीर है.. मंहगाई बढ़ती जा रही है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सब महंगी हो गई है और रोज महंगी होती जा रही है.. केन्द्र सरकार का कोई वित्तीय प्रबंधन नहीं है। पूरा पैसा जनता की जेब से निकाल रही है। ’’

उन्होंने कहा कि ‘‘कोरोना की मार के चलते पहले से उधार ले ले कर लोगों ने काम चलाया, व्यापार धंधे ठप्प हो गये.. गरीबी आ गई और ऊपर से पेट्रोल, डीजल की मार से और महंगाई कर दी है.. ऐसे वक्त में केन्द्र सरकार को संवेंदनशील होना चाहिए।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ केन्द्र सरकार को पैकेज देना चाहिए.. पूरे देश के अंदर.. गरीबों के लिये, मध्यम वर्ग के लिये, मजदूरों के लिये, किसान के लिये। कोई पैकेज नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ का पैकेज देने की घोषणा की थी वो भी टॉय-टॉय फिस हो गई.. पता नहीं कहां गायब हो गया। लोगो तक नहीं पहुंचा।’’

उन्होंने कहा कि लोग समझ गये है कि प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में फर्क है।

इससे पूर्व उदयपुर के वल्लभनगर में अपने संबोंधन में उन्होंने कहा कि ‘‘देश में क्या हो रहा है यह सब के सामने हैँ… पिछले एक साल से कृषि कानूनों के विरोध में किसान धरने पर बैठे हैं। ऐसा 70 सालों में कभी नहीं हुआ। हमलोग कृषि बिलो के खिलाफ कानून लेकर आये लेकिन राज्यपाल ने उसे राष्ट्रपति को नहीं भेजा और अपने पास रखे हुए हैं।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक तरीके से काम नहीं करती। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग धर्मनिरपेक्ष नहीं है और धर्म के नाम पर लोगो को भड़काते हैं।

उन्होंने कहा,‘‘उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में क्या हुआ.. कभी देखा आपने एक गाड़ी आयेगी और जो शांतिपूर्ण किसान चल रहे हैं उनको कुचल कर आगे निकल जायेगी.. ऐसा कभी देखा आपने सीन.. और जब प्रियंका गांधी और राहुल गांधी किसानों से मिलने जा रहे थे जो कि विपक्ष का काम है.. उन्हें रोका गया।’’

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय माकन ने कहा कि एलपीजी सिलेंडर की कीमत एक साल में 305 रूपये तक बढ़ गई है और महंगाई बढ़ रही है ..आज देश में महंगाई बढ़ रही है, ये केन्द्र सरकार अंहकार में सोई है।

उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने में एक मंत्री का बेटा शामिल है उसे गिरफ्तार नहीं किया गया.. लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने किसानों के आंसू पोंछने जा रही प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार द्वारा किये गये कामों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पार्टी के प्रत्याशी की जीत से सरकार को मजबूती मिलेगी।

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कहा कि जब राज्य में भाजपा सत्ता में थी तब उसने लोगों को धोखा दिया और अब जब पार्टी विपक्ष में है तब भी वह विपक्ष की जिम्मेदारी निभाने में विफल रही हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा की किसानों के प्रति क्या भावना है यह देश के लोगों ने देखा है।

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी मोदी सरकार पर महंगाई और ईंधन के दामों में हो रही बढोतरी को लेकर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘‘ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत मोदी पर एक थप्पड़ होगा।’’

वल्लभनगर के बाद कांग्रेस नेताओं ने प्रतापगढ़ के धरियावाद विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवार नगरात मीणा के समर्थन में आयोजित रैली को संबोंधित किया।

उल्लेखनीय है कि धारियावाद से भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा का 19 मई को कोरोना वायरस संक्रमण से निधन हो गया था। वहीं वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का भी 20 जनवरी को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद निधन हो गया था।

कांग्रेस ने शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत को वल्लभनगर से चुनाव मैदान में उतारा है और नागराज मीणा को भाजपा के खेत सिंह मीणा के खिलाफ धारियावाद से टिकट दिया गया है।

वहीं भाजपा ने वल्लभनगर (उदयपुर) सीट पर हिम्मत सिंह झाला और धरियावाद (प्रतापगढ़) के लिये खेत सिंह मीणा को उम्मीदवार बनाया है।

दोनों विधानसभा उपचुनाव के लिये नामांकन की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। 11 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच व संवीक्षा होगी तथा 13 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 30 अक्टूबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना दो नवंबर को करवाई जाएगी।

भाषा कुंज बिहारी धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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