जयपुर, 30 जून (भाषा) राजस्थान के जयपुर में पुलिस ने नफरती भाषण के आरोप में एक मौलवी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें इन लोगों ने पैगंबर के कथित अपमान का बदला लेने के लिए कथित तौर पर सिर कलम करने का आह्वान किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस को शक है कि 17 जून को अजमेर दरगाह के मुख्य प्रवेश द्वार से दिए गए नफरती भाषण से उकसावे में आकर दो लोगों ने मंगलवार को उदयपुर में एक दर्जी की हत्या कर दी। सूत्रों ने बताया कि दर्जी की हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने वही नारे लगाए जो उस दिन नफरती भाषण के दौरान लगाए गए थे।
दरगाह थाने के एसएचओ दलवीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान मौलवी फकर जमाली, रियाज और ताजिम के रूप में हुई, जिन्हें बुधवार रात को पकड़ा गया।
अजमेर के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने कहा कि मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती फरार है और उसकी तलाश जारी है।
एचएचओ सिंह ने कहा, ‘‘अजमेर दरगाह के निजाग गेट से दिए गए नफरती भाषण के दौरान वे (आरोपी) भी गौहर चिश्ती के साथ मौजूद थे।’’
उल्लेखनीय है कि भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा की पैगंबर के खिलाफ कथित विवादित टिप्पणी के विरोध में 17 जून को रैली निकाली गई थी। रैली शुरू होने से कुछ समय पहले, गौहर और अन्य लोगों ने सभा को संबोधित किया और कथित तौर पर पैगंबर के अपमान का बदला लेने का आह्वान किया था।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि उदयपुर में हुई दर्जी की हत्या के मामले के आरोपियों को उकसाने में इन चारों की भी कोई भूमिका थी या नहीं?
भाषा शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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