वाराणसी। बनारस की बेटी और विश्वविख्यात ठुमरी गायिका गिरिजा देवी का अंतिम संस्कार गुरुवार 26 अक्टूबर को किया जाएगा। गंगा तट पर मणिकर्णिका घाट पर राजकीय सम्मान के साथ स्वर्गीय गिरिजा देवी की अंत्येष्टि होगी। इससे पहले उनके आवास पर उनका पार्थिव शरीर जनता के दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा निकलेगी। वाराणसी के डीएम खुद बाबतपुर एयरपोर्ट जाएंगे, जहां उनका पार्थिव शरीर लाया जाना है।
गिरिजा देवी का निधन मंगलवार की रात कोलकाता के बीएम बिड़ला नर्सिंग होम में दिल का दौरा पड़ने से हो गया। गिरिजा देवी के दत्तक पुत्र प्रकाश के मुताबिक गिरिजा देवी ने दो दिन पहले ही काशी आने की इच्छा जाहिर की थी।
विनम्र स्वभाव की गिरिजा देवी 88 साल की थीं और प्रसिद्धि की बुलंदियों पर होने के बावजूद कभी अपनी गायिकी का श्रेय नहीं लिया, बल्कि इसे भगवान भोलेशंकर का ही आशीर्वाद बताया। गिरिजा देवी को भारत सरकार ने ‘पद्मश्री और ‘पद्मभूषण जैसे नागरिक सम्मानों से सम्मानित किया था। मध्यप्रदेश की सरकार ने उन्हें प्रतिष्ठित तानसेन सम्मान से नवाजा था।
वेब डेस्क, IBC24