मांझरा पूरब में दहशत का पर्याय बना बाघ पकड़ा गया |

मांझरा पूरब में दहशत का पर्याय बना बाघ पकड़ा गया

मांझरा पूरब में दहशत का पर्याय बना बाघ पकड़ा गया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:39 PM IST, Published Date : June 29, 2022/12:51 am IST

लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश), 28 जून (भाषा) दुधवा टाइगर रिजर्व (डीटीआर) बफर जोन के मांझरा पूरब इलाके में पिछले कई महीनों से दहशत का पर्याय बने बाघ को पकड़ लिया गया। इससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।

पहले ऐसा माना जा रहा था कि वह बाघ नहीं बल्कि बाघिन है जो एक अन्य बाघिन के साथ मजरा पूरब इलाके में घूम रही है। इससे दलराजपुर, दमेडा तथा खैरतिया समेत अनेक गांव में दहशत का माहौल था।

कतर्नियाघाट के उपमंडल अधिकारी (एसडीओ) अमित कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ‘सोमवार की देर रात वन विभाग द्वारा बनाए गए पिंजरे में बाघिन फंस गई।’

दुधवा टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय निदेशक संजय कुमार पाठक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि विडालवंशी जीव को पकड़कर कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार लाया गया और पशु चिकित्सकों की जांच में पाया गया कि वह बाघिन नहीं बल्कि बाघ है।

उन्होंने बताया कि बाघों को लेकर भ्रम की स्थिति इसलिए पैदा हुई क्योंकि ये जीव अपने सामान्य स्वभाव के विपरीत आचरण कर रहे थे और अपना इलाका साझा करते हुए साथ घूम रहे थे।

पाठक ने बताया कि दूसरे बाघ को पकड़ने के लिए उसकी तलाश में तीन टीमें लगाई गई हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे होशियार रहें और दूसरे बाघ के पकड़े जाने तक खेतों तथा जंगलों में जाने से परहेज करें।

गौरतलब है कि 18 जून से दुधवा बफर जोन में मांझरा पूरब के जंगलों के करीब खैरतिया क्षेत्र में आठ दिनों में चार लोगों को बाघ ने मार डाला था।

बाघ ने 18 जून को 52 वर्षीय स्थानीय पुजारी मोहन दास को खैरतिया-मांझरा मार्ग स्थित मंदिर परिसर में मार डाला जबकि 23 जून को खैरतिया गांव के पास 14 वर्षीय लड़के सूरज सिंह भी इस जीव के हमले में मारा गया। गत 27 जून को नरेंद्रनगर बेली गांव में 33 वर्षीय युवक नागेंद्र सिंह को और उसी दोपहर खैरतिया में घूम रही उसी बाघिन ने 43 वर्षीय महिला मिंदर कौर को मार डाला।

लगातार एक के बाद एक चार लोगों की मौत ने ग्रामीणों के साथ-साथ वन अधिकारियों को भी झकझोर कर रख दिया।

दुधवा के फील्ड निदेशक संजय कुमार पाठक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘उप्र के मुख्य वन्यजीव संरक्षक को एक रिपोर्ट भेजी गई थी, जिन्होंने मानव जीवन के लिए खतरे को देखते हुए बाघ को पकड़ने की अनुमति दी थी।’

पाठक ने कहा कि सघन तलाशी, पेट्रोलिंग, ड्रोन और कैमरा सर्विलांस के जरिए मां-बेटी पाई गई दो बाघिनों की आवाजाही क्षेत्र में दिखी। इनमें एक पकड़ ली गई।

भाषा सं आनन्द सलीम शोभना

शोभना

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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