भाजपा के खिलाफ एकजुट होने के लिए टीएमसी अनिश्चितकाल तक कांग्रेस का इंतजार नहीं कर सकती: सुखेंदु

भाजपा के खिलाफ एकजुट होने के लिए टीएमसी अनिश्चितकाल तक कांग्रेस का इंतजार नहीं कर सकती: सुखेंदु

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  • Publish Date - October 26, 2021 / 10:06 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:56 PM IST

नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखेंदु शेखर राय ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने के अपने प्रयासों के तहत उनकी पार्टी कांग्रेस का अनिश्चितकाल के लिए इंतजार नहीं कर सकती।

कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुईं सुष्मिता देव ने मंगलवार को राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण की। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में सुखेंदु ने कहा कि ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए सभी विपक्षी दलों से संपर्क किया है लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

उन्होंने कहा, ‘‘गठबंधन के लिए अन्य सभी दलों को तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष (ममता बनर्जी) की तरफ से प्रस्ताव दिए गए हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष (सोनिया गांधी) और अन्य नेताओं से भी मुलाकात की है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने छह महीने तक इंतजार किया लेकिन कोई जवाब नहीं आया या फिर किसी पक्ष की ओर से कोई पहल नहीं की गई। इसलिए हम आगे बढ़ रहे हैं और अपना आधार मजबूत कर रहे हैं। शायद कांग्रेस अपने आंतरिक मुद्दों को लेकर बहुत व्यस्त है।’’

उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निर्भर करता है कि वह एक छत के नीचे आकर आगे बढ़ना चाहते हैं या अकेले जाते हैं।

देव ने इस अवसर पर संवाददाताओं से चर्चा में आरोप लगाया कि त्रिपुरा में लोकतांत्रिक व राजनीतिक गतिविधियों का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्वोत्तर के इस राज्य में अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा के मुद्दे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘त्रिपुरा में विपक्षी दलों की लोकतांत्रिक व राजनीतिक गतिविधियों के लिए कोई स्थान नहीं है। पुलिस हिंसा को रोकने में नाकाम रही है। अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई हिंसा के मामलों में वीडियो और फोटो भी हमने सबूत के रूप में सौंपे लेकिन इन मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।’’

देव की कार पर अगरतला में पिछले दिनों हमला हुआ था, जिसमें वह कथित तौर पर घायल हो गई थी। वह अपनी एक उंगली पर पट्टी बांधे हुई थीं।

उन्होंने कहा कि भाजपा को हिंसा का रास्ता छोड़कर चुनाव लड़ना चाहिए।

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र नरेश

नरेश