तृणमूल ने निर्वाचन आयोग से पार्टी प्रतिनिधिमंडल की बैठक का पूरा ब्योरा सार्वजनिक करने की मांग की

तृणमूल ने निर्वाचन आयोग से पार्टी प्रतिनिधिमंडल की बैठक का पूरा ब्योरा सार्वजनिक करने की मांग की

तृणमूल ने निर्वाचन आयोग से पार्टी प्रतिनिधिमंडल की बैठक का पूरा ब्योरा सार्वजनिक करने की मांग की
Modified Date: November 29, 2025 / 09:07 pm IST
Published Date: November 29, 2025 9:07 pm IST

नयी दिल्ली, 29 नवंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को निर्वाचन आयोग को चुनौती दी कि वह पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल की आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक का पूरा ब्योरा (ट्रांसक्रिप्ट) सार्वजनिक करे। पार्टी ने फिर आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की चल रही प्रक्रिया के दौरान कई लोगों की मौत हो गई है।

राज्यसभा में पार्टी नेता डेरेक ओब्रायन, राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले, लोकसभा सदस्य प्रतिमा मंडल और साजदा अहमद सहित तृणमूल सांसदों ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अयोग पर उनके सवालों के जवाब नहीं देने का आरोप लगाया।

ओब्रायन ने कहा कि वे चाहते हैं कि आगामी संसद सत्र में निर्वाचन आयोग के कामकाज पर चर्चा हो।

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पश्चिम बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया से जुड़ी मौतों के आरोपों के बीच तृणमूल के दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और आरोप लगाया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार के हाथ ‘‘खून से सने’’ हैं।

इस बीच, निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने तृणमूल प्रतिनिधिमंडल से कहा कि राजनीतिक बयानबाजी उनका विशेषाधिकार है, लेकिन उन्हें चुनाव प्रक्रियाओं से संबंधित ‘‘गलत सूचना’’ फैलाने से बचना चाहिए।

संवाददाता सम्मेलन में ओब्रायन ने निर्वाचन आयोग पर ‘‘झूठे विमर्श’’ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि निर्वाचन आयोग इस मुद्दे पर आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति क्यों नहीं जारी कर सकता।

ओब्रायन ने कहा, ‘‘शायद फिर से कुछ झूठी कहानी सामने आए। क्योंकि क्या होगा? इन बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) पर कौन दबाव डाल रहा है? आज 29 नवंबर को यह बता दें कि बीएलओ निर्वाचन आयोग के जरिये दिए गए काम के कारण दबाव में हैं।”

उन्होंने कहा कि पार्टी एसआईआर के खिलाफ नहीं है, बल्कि जिस तरह से इसे अंजाम दिया जा रहा है, उसके खिलाफ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार की बैठक में उनके द्वारा उठाए गए पांच सवालों के जवाब नहीं दिए हैं और कहा कि आयोग को बैठक की पूरी जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।

भाषा खारी धीरज

धीरज


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