अगरतला, 27 मई (भाषा) त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने सोमवार को कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव से धलाई जिले की एक आदिवासी महिला द्वारा कथित तौर पर अपने नवजात शिशु को बेचने के मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
जिले के गंडाछरा उप-मंडल के ताराबन कॉलोनी की निवासी महिला ने 22 मई को घर पर एक बेटी को जन्म दिया। अगले दिन उसने अत्यधिक गरीबी के कारण कथित तौर पर बच्चे को हेजामारा में एक दंपति को 5,000 रुपये में बेच दिया। पांच महीने पहले उसके पति की मौत हो गई थी।
महिला के पहले से ही दो बेटे और एक बेटी थी।
सोशल मीडिया पर जैसे ही यह खबर आई उसके तुरंत बाद प्रशासन हरकत में आया और बच्ची को बरामद कर उसकी मां को सौंप दिया।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘पिछली सरकार के दौरान बच्चों को बेचे जाने की घटनाएं आम थीं। अब अचानक यह घटना ऐसे जिले में हुई जहां सरकार कल्याण कार्यों के लिए विकास परिव्यय का 10 प्रतिशत अतिरिक्त धन देती है। ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी। प्रशासन ने नवजात को बरामद कर उसकी मां को सौंप दिया। इसके अलावा परिवार को आर्थिक सहायता भी दी गई।’
साहा ने कहा कि मौजूदा सरकार लोगों के प्रति संवेदनशील है और उन्होंने मुख्य सचिव से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
साहा ने आरोप लगाया कि विपक्ष इसे मुद्दा बनाना चाहता है, लेकिन वे इसमें सफल नहीं होंगे क्योंकि सरकार लोगों के लिए काम कर रही है।
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शुभम प्रशांत
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