बंगाल क्षेत्र में नौसेना के सुरक्षा बेड़े में दो नए ‘फास्ट इंटरसेप्टर’ जहाज शामिल किए जाएंगे |

बंगाल क्षेत्र में नौसेना के सुरक्षा बेड़े में दो नए ‘फास्ट इंटरसेप्टर’ जहाज शामिल किए जाएंगे

बंगाल क्षेत्र में नौसेना के सुरक्षा बेड़े में दो नए ‘फास्ट इंटरसेप्टर’ जहाज शामिल किए जाएंगे

:   Modified Date:  December 2, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : December 2, 2022/8:55 pm IST

कोलकाता, दो दिसंबर (भाषा) बंगाल क्षेत्र में भारतीय नौसेना के सुरक्षा बेड़े दो नए ‘फास्ट इंटरसेप्टर’ जहाज शामिल किए जाएंगे। इससे कोलकाता में नौसेना के सुरक्षा बेड़े में शामिल जहाजों की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी। एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के समुद्री तटों या तटरेखा की सुरक्षा के लिए जरूरी किसी अन्य कार्रवाई के लिए पूर्वी नौसेना कमान के मुख्यालय विशाखापत्तनम से जहाजों और नौसैनिक विमानों को बुलाया जाता है।

नौसेना के बंगाल क्षेत्र बेस मुख्यालय ‘‘आईएनएस नेताजी सुभाष’’ पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में नौसेना के ऑफिसर-इन-चार्ज (एनओआईसी) कमोडोर ऋतुराज साहू ने कहा, “भारतीय नौसेना के पास दो फास्ट इंटरसेप्टर जहाज हैं, जिन्हें हाल ही में उसके बेड़े में शामिल किया गया था और हमें उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे दो और जहाज नौसेना का हिस्सा बनेंगे।”

उन्होंने बताया कि बंगाल क्षेत्र में नौसेना के पास कोलकाता में चार और सक्षम गश्ती जहाज हैं।

वर्ष 1971 में ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ के तहत भारतीय नौसेना बलों की मिसाइल नौकाओं द्वारा पाकिस्तान के नौसैनिक युद्धपोतों और कराची बंदरगाह पर किए गए हमले की याद में चार दिसंबर को 51वां भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाएगा।

साहू ने कहा, “ऑपरेशन ट्राइडेंट की सफलता और भारतीय नौसेना द्वारा पूर्वी समुद्र तट पर चटगांव बंदरगाह की नाकेबंदी ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में सशस्त्र बलों की सफलता में अहम योगदान दिया था।”

उन्होंने कहा कि नौसेना कोलकाता में राज्य सरकार के साथ करीबी रूप से जुड़ी हुई है और समुद्री बल को जब भी प्रशासन से मदद का कोई अनुरोध मिलता है, वह तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए तैयार रहता है।

साहू ने कहा, “ऐसा ही एक अनुरोध हर साल ‘गंगासागर मेला’ के दौरान आता है, जब हम विभिन्न बचाव दलों के साथ ही गोताखोर दलों की तैनाती करते हैं।”

कोलकाता के 130 किलोमीटर दूर गंगा और बंगाल की खाड़ी के समागम पर स्थित सागर द्वीप पर हर साल लगने वाले गंगासागर मेला में लाखों तीर्थयात्री शामिल होते हैं।

साहू ने कहा, “इस साल भी हम ऐसा ही (गंगासागर मेला में बचाव और गोताखोर दलों की तैनाती) करने वाले हैं।”

भाषा पारुल मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)