उप्र : मांझरा पूरब में दहशत का पर्याय बनी बाघिन पकड़ी गई |

उप्र : मांझरा पूरब में दहशत का पर्याय बनी बाघिन पकड़ी गई

उप्र : मांझरा पूरब में दहशत का पर्याय बनी बाघिन पकड़ी गई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:04 PM IST, Published Date : June 28, 2022/1:38 pm IST

लखीमपुर खीरी, 28 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी जिले में दुधवा बाघ अभयारण्य (डीटीआर) बफर जोन के मांझरा पूरब इलाके में पिछले कुछ दिनों से दहशत का पर्याय बनी दो बाघिनों में एक को पकड़ लिया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

कतर्नियाघाट के उपमंडल अधिकारी (एसडीओ) अमित कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बाघिन को सोमवार देर रात वन विभाग द्वारा बनाए गए पिंजरे में कैद कर लिया गया।

कुमार के मुताबिक, पकड़ी गई बाघिन को कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य ले जाया गया है और आगे की कार्रवाई अधिकारियों के निर्देशानुसार की जाएगी।

गौरतलब है कि बाघिन 18 से 27 जून के बीच दुधवा बफर जोन में मांझरा पूरब के जंगलों के करीब खैरतिया क्षेत्र में चार लोगों की जान ले चुकी है।

बाघिन ने 18 जून को स्थानीय पुजारी मोहन दास को खैरतिया-मांझरा मार्ग स्थित मंदिर परिसर में मार डाला था, जबकि 23 जून को उसने खैरतिया गांव के पास 14 वर्षीय सूरज सिंह की जान ले ली थी।

27 जून को बाघिन ने नरेंद्रनगर बेली गांव में 33 वर्षीय युवक नागेंद्र सिंह और 43 वर्षीय महिला मिंदर कौर को मार डाला था। एक के बाद एक चार लोगों की मौत ने ग्रामीणों के साथ-साथ वन अधिकारियों को भी झंकझोर कर रख दिया था।

दुधवा के फील्ड निदेशक संजय कुमार पाठक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “उत्तर प्रदेश के मुख्य वन्यजीव संरक्षक को एक रिपोर्ट भेजी गई थी, जिन्होंने मानव जीवन पर मंडराते खतरे को देखते हुए बाघिन को पकड़ने की अनुमति दी थी।”

पाठक के मुताबिक, सघन तलाशी, गश्ती और ड्रोन व कैमरों से की गई निगरानी के दौरान क्षेत्र में दो बाघिनों की आवाजाही देखी गई थी, जिनमें एक को पकड़ लिया गया है।

भाषा

सं आनन्द मनीषा पारुल

पारुल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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