अगर हमें भारत की आर्थिक संभावनाओं के मद्देनजर अपनी वृद्धि को बढ़ावा देना है तो हमें वैश्विक संसाधनों तक अपनी पहुंच बढ़ाने को अधिक गंभीरता से लेना होगा : जयशंकर। भाषा सिम्मी मनीषामनीषा