उत्तराखंड: आदि कैलाश यात्रा के लिए एक दिसंबर से जारी नहीं किए जाएंगे इनर लाइन परमिट

उत्तराखंड: आदि कैलाश यात्रा के लिए एक दिसंबर से जारी नहीं किए जाएंगे इनर लाइन परमिट

उत्तराखंड: आदि कैलाश यात्रा के लिए एक दिसंबर से जारी नहीं किए जाएंगे इनर लाइन परमिट
Modified Date: November 28, 2025 / 07:21 pm IST
Published Date: November 28, 2025 7:21 pm IST

पिथौरागढ़, 28 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में इस वर्ष दिसंबर में सर्दी के दौरान आदि कैलाश की यात्रा बंद कर दी जाएगी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

धारचूला के उपजिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि आदि कैलाश क्षेत्र में एक दिसंबर से श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए जरूरी इनर लाइन परमिट जारी करना बंद कर दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।

 ⁠

वर्मा ने कहा, “सीमा सड़क संगठन तथा हमारे सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार आदि कैलाश के चारों तरफ झीलें जमने लगी हैं तथा सड़कों पर पाला पड़ने के कारण वहां पहुंचने वाला मार्ग भी सुगम नहीं रह गया है। इसी को देखते हुए हमने यह निर्णय लिया है।”

उन्होंने बताया कि इसके अलावा, आदि कैलाश क्षेत्र के मेजबान ग्रामीणों ने भी ठंड के चलते निचली घाटियों की ओर आना शुरू कर दिया है तथा यात्रा के लिए इनर लाइन परमिट आवेदनों की संख्या बहुत कम है।

उपजिलाधिकारी ने बताया कि पिछले साल 15 नवंबर को इनर लाइन परमिट जारी करने बंद कर दिए गए थे।

वर्ष 1981 में कैलाश मानसरोवर यात्रा के बहाल होने के साथ ही शुरू हुई आदि कैलाश यात्रा को 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भ्रमण से बहुत बढ़ावा मिला था।

वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के आने से पहले हर साल करीब 2000 श्रद्धालु आदि कैलाश यात्रा पर आते थे।

उन्होंने बताया, “प्रधानमंत्री के आने के बाद पिछले साल यहां 28,000 तीर्थयात्री आए और इस वर्ष अब तक 36,461 श्रद्धालु आदि कैलाश के दर्शन कर चुके हैं।”

अधिकारी के अनुसार, सीमा सड़क संगठन द्वारा जोलिंगकोंग तक मोटर मार्ग का निर्माण किए जाने से श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है क्योंकि पिथौरागढ़ से जोलिंगकोंग तक की नौ दिनों की तीर्थयात्रा में अब केवल दो दिन लगते हैं।

भाषा सं दीप्ति जोहेब

जोहेब


लेखक के बारे में