काशी विश्वनाथ गलियारे के उद्घाटन के बाद वाराणसी में होगा महीने भर चलने वाले कार्यक्रमों का आयोजन |

काशी विश्वनाथ गलियारे के उद्घाटन के बाद वाराणसी में होगा महीने भर चलने वाले कार्यक्रमों का आयोजन

काशी विश्वनाथ गलियारे के उद्घाटन के बाद वाराणसी में होगा महीने भर चलने वाले कार्यक्रमों का आयोजन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:18 PM IST, Published Date : December 7, 2021/6:51 pm IST

नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को ‘काशी विश्वनाथ धाम’ यानी काशी विश्वनाथ गलियारा का उद्घाटन करेंगे और इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और देश भर के 3000 से अधिक धर्माचार्य, संत तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।

पार्टी ने कहा कि इस समारोह का 51 हजार से अधिक स्थानों पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी को भारतीय संस्कृति का नायक करार देते हुए भाजपा महासचिव तरुण चुग ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि करीब 250 सालों के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम किया गया है।

भाजपा की ओर से इस प्रकार के आयोजन को आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। अयोध्या में जारी राम मंदिर निर्माण कार्य के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर का नया स्वरूप विकास के अलावा भाजपा के हिन्दुत्व के एजेंडे के मुताबिक है।

वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है।

भाजपा ने काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन समारोह का नाम ‘दिव्य काशी, भव्य काशी’ रखा है।

चुग ने कहा कि वाराणसी में भाजपा 13 और 14 दिसंबर को अपने मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन भी करेगी जिसमें सरकारों की कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा होगी और इससे जनता को अधिक से अधिक लाभ मिले उस पर मंथन होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निमाण कार्यों का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देशभर के करीब 3,000 धर्माचार्य, संत, कलाकार व अन्य गणमान्य लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे।’’

उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर 2021 से 14 जनवरी 2022 (मकर संक्रांति) तक काशी में रोज एक उत्सव होगा और इन उत्सवों की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘ये भव्य कार्यक्रम सिर्फ काशी तक ही सीमित न रह जाए बल्कि गांव-गांव तक पहुंचे, इसके लिए देश के 51,000 स्थानों पर इन कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण किया जाएगा।’’

चुग ने बताया कि 17 दिसंबर को काशी में देशभर के महापौरों का सम्मेलन होगा जबकि 23 दिसंबर को देश के अलग-अलग प्रांतों से प्राकृतिक खेती, जैविक खेती करने वाले वैज्ञानिक, किसान, नई खेती करने वालों का बड़ा सम्मेलन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर काशी में युवा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘13 दिसंबर की शाम से भाजपा के सभी मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन शुरु होगा। यह सम्मेलन 14 दिसंबर को भी चलेगा।’’

केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस अवसर पर संवाददाताओं को बताया कि काशी का देश और दुनिया में बहुत महत्व है।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया है लेकिन मंदिर के वास्तविक स्वरूप के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।’’

उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में अलग-अलग कार्यक्रम केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और भाजपा द्वारा किए जा रहे हैं ताकि देश भर के लोगों की इस कार्यक्रम में भागीदारी सुनिश्चित हो सके।

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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