पुडुचेरी, 13 सितंबर (भाषा) उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय विकास के कार्यक्रमों के हर क्षेत्र में शोध एवं विकास पर जोर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने यहां पुडुचेरी सरकार द्वारा प्रायोजित पहले प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ( पुडुचेरी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) का उद्घाटन करते हुए कहा कि संस्थानों के शोध और निष्कर्ष ‘देश को स्थिर, मजबूत और समृद्ध बनाने के लिए’ नए और सबसे अलग विचारों के साथ सामने आने चाहिए।
नायडू ने यह भी कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अत्याधुनिक शोध ने ही विकसित देशों को अन्य देशों से आगे बढ़ने में मदद की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय विकास के सभी क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास के महत्व पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा, “यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में नये अनुसंधान हैं जो विकसित देशों को बाकी देशों से आगे रखते हैं। अगर हमें भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है, तो हमें शोधकर्ताओं के लिए एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र बनाना होगा।”
उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे विचारों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जो देश को जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, गरीबी और स्वास्थ्य मुद्दों से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने में मदद करें।
उन्होंने शैक्षिक संस्थानों से ‘परिणाम-उन्मुख अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए उद्योग के साथ समायोजन बढ़ाने का आह्वान किया जो जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, स्वास्थ्य और गरीबी जैसी समकालीन चुनौतियों का समाधान करता हो।”
नायडू ने कहा कि देश की 20 प्रतिशत आबादी के निरक्षर होने के कारण एक व्यापक साक्षरता कार्यक्रम भी जरूरी है।
उपराष्ट्रपति रविवार से पुडुचेरी के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
भाषा
नेहा मनीषा
मनीषा
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